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पर्यटन मंत्री का दावा- दुनिया भर के घोड़े प्रेमियों के आकर्षण का केंद्र बनेगा सारंगखेडा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। नंदूरबार जिले के सारंगखेड़ा को पूरी दुनिया के घोड़ा प्रेमियों के आकर्षण का केंद्र बनाने की योजना है। अगले डेढ़ साल में यहां दुनिया का सबसे अच्छा घोड़ों का संग्रहालय बनाया जाएगा। इसके लिए जल्द ही वर्क आर्डर जारी किए जाएंगे। साथ ही मुंबई रेसकोर्स की तर्ज पर यहां सुविधाएं विकसित की जाएंगी जिससे अश्व प्रेमी यहां आने के लिए उत्सुक रहें। पर्यटन मंत्री जयकुमार रावल ने सरंगखेड़ा में आयोजित चेतक फेस्टिवल के दौरान पत्रकारों को यह जानकारी दी।
रावल ने कहा कि चेतक फेस्टिवल में आने वाले पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है लेकिन अभी भी क्षमता का पूरा इस्तेमाल नही किया जा सका है। उन्होंने कहा कि पिछली बार गुजरात चुनाव के चलते वहां से कम पर्यटक आये थे लेकिन इस बार उनकी संख्या बढ़ी है। रावल ने कहा कि घुमन्तु जातियों और स्थानीय लोगों के लिए भी यह फेस्टिवल अहम है क्योंकि इस दौरान होने वाली कमाई से लोग साल भर जीवन यापन करते हैं। रावल ने कहा कि अगले कुछ सालों में स्थानीय लोगों की सहभागिता बढ़कर पर्यटकों के लिए स्थानीय वेशभूषा, नृत्य, लोकसंगीत की व्यवस्था की जाएगी। 12 दिसंबर को शुरू हुआ चेतक फेस्टिवल 8 जनवरी तक चलेगा।
दुबई के प्रिंस को तोहफे में घोड़ा
रावल ने बताया कि जनवरी महीने में दुबई के प्रिंस को तोहफे में एक शानदार घोड़ा दिया जाएगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सारंगखेड़ा के बारे में चर्चा होगी जिसका फायदा आगामी सालों में फेस्टिवल को होगा। रावल ने बताया कि घोड़े के शौकीन प्रिंस से उनकी बातचीत हो गयी है और वे इस तोहफे से काफी खुश हैं।
रोजगार गारंटी योजना के तहत किलों की सफाई
रावल पर्यटन के साथ साथ रोजगार गारंटी योजना के भी मंत्री हैं। इसका फायदा उठाते हुए उन्होंने रोजगार गारंटी योजना के तहत राज्य के 450 किलों की सफाई की योजना तैयार की है। इसके अलावा स्थानीय किला प्रेमियों की भी किलों की सफाई में मदद ली जाएगी। राज्य के किलों को राजस्थान की तर्ज पर हैरिटेज होटल के रूप में विकसित करने की योजना है।
अधिकारियों से नहीं मिला सहयोग
रावल को इस बात का अफसोस है कि कुछ अधिकारियों के असहयोग के चलते वे उन सारी योजनाओ को लागू नही कर पाएं जो उन्होंने सोच रखी थी। उन्होंने कहा कि एमटीडीसी के कुछ अधिकारियों के चलते वे इक्का दुक्का योजनाएं ही लागू कर पाएं अगर उन्हें सहयोग मिला होता तो एमटीडीसी को 100 करोड़ से ज्यादा का फायदा होता है।
बढ़ रहे हैं देसी विदेशी पर्यटक : काले
महाराष्ट्र राज्य पर्यटन निगम के प्रबंध निदेशक अभिमन्यु काले ने बताया कि सारंगखेड़ा में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पोलो जैसे खेलों की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इसके अलावा यहां घुड़सवारी की ट्रेनिंग भी दी जाएगा। उन्होंने बताया की इस बार जापान की एक टीम उद्घाटन के दिन फेस्टिवल में पहुची थी। इसके अलावा भी कई देशों से लोग आए । महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और पंजाब से बड़ी संख्या में पर्यटक चेतक फेस्टिवल में पहुचे।
Created On :   28 Dec 2018 12:08 AM IST