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जनता में पुलिस की स्वच्छ छवि बनी रहे -पाटील

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य कोरोनाकाल से गुजर रहा है। इस समय राज्य की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। जब आईपीएस अधिकारियों को लेकर घमासान मचा हो, ऐसे में मेरे पास गृहमंत्री पद का आना किसी चुनौती से कम नहीं है। यह कहना है राज्य के नवनियुक्त गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटील का। नक्सल प्रभावित गड़चिरोली जिले के दौरे से लौटने के बाद जिमखाना में पत्रकारों से वे बातचीत कर रहे थे।
गृहमंत्री पद का मिलना चुनौती से कम नहीं
गृहमंत्री बनने के बाद पहली बार पाटील नागपुर और गड़चिरोली के दौरे पर आए थे। उन्होंने कहा है कि उनका दौरा नियोजित था। उसी दौरान नक्सलियों ने पुलिस पर हमला किया, लेकिन जाबांज जवानों ने नक्सलियों को मार गिराया है। आज ही के दिन 21 मई 2009 में इसी तरह की कायराना घटना को नक्सलियों ने अंजाम दिया था, जिसमें पुलिस के 15 जवान शहीद हुए थे। ताजी कार्रवाई को उस घटना का बदला नहीं बोल सकते हैं, यह महज एक संयोग है। गृहमंत्री ने कार्रवाई को अंजाम देने वाले जवानों की पीठ थपथपाई। आगे उन्होंने कहा कि पुलिस की ईमानदार स्वच्छ छवि होनी चाहिए, तभी लोग उन पर भरोसा करेंगे। उनका इशारा महकमे में कुछ भ्रष्ट अधिकारियों पर था। कोरोनाकाल के कारण राज्य बहुत बुरे दौर से गुजर रहा है, ऐसे में उनके पास गृहमंत्री पद आना चुनौतीपूर्ण है। आने वाले समय में अध्ययन कर पुलिस विभाग के लिए नई उपाय योजनाएं अमल में लाई जाएंगी।
3 लाख ने किया आवेदन
गृहमंत्री ने कहा कि पुलिस भर्ती के लिए राज्य में 3 लाख युवाओं ने आवेदन किया है। कैबिनेट ने भी इसे मंजूरी दी है, लेकिन कोरोना प्रकोप के कारण परीक्षा रोक दी गई है। परिस्थिति सामान्य होने पर भर्ती प्रकिया शुरू की जाएगी।
केंद्र से सहयोग की अपेक्षा
चक्रवाती तूफान के कारण राज्य के कई हिस्सों में नुकसान हुआ है। गुजरात की तरह केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र को क्षतिपूर्ति देनी चाहिए, ऐसी व्यक्तिगत राय है। बाकी राज्य सरकार इस बारे में क्या निर्णय लेती है, यह मुख्यमंत्री का अधिकार है।
Created On :   22 May 2021 3:51 PM IST