मानस पुत्री का गृहमंत्री ने किया कन्यादान, मूक बधिर बने जीवनसाथी

Manas daughter gave her homage, homeless deaf life partner
मानस पुत्री का गृहमंत्री ने किया कन्यादान, मूक बधिर बने जीवनसाथी
मानस पुत्री का गृहमंत्री ने किया कन्यादान, मूक बधिर बने जीवनसाथी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मंच पर नवयुगल को आशीर्वाद देने के लिए मंत्री से लेकर आईएएस अधिकारियों और राजनीतिक- सामाजिक कार्यकर्ताओं की लगी कतार का शानदार नजारा किसी अमीर परिवार के विवाह समारोह का नहीं, बल्कि मूकबधिर नवयुगल वर्षा और समीर का था। दुल्हन बनी वर्षा अमरावती के वरिष्ठ समाजसेवी शंकरबाबा पापडकर की मानस कन्या है जिसका कन्यादान गृहमंत्री अनिल देशमुख तथा उनकी पत्नी आरती देशमुख ने किया। दूल्हे समीर के पिता के रूप में जिलाधिकारी रवींद्र ठाकरे तथा ज्योत्सना ठाकरे ने सारी रस्में निभाईं। पुलिस लाइन टाकली स्थित सद्भावना लॉन में इस अनोखे विवाह के साक्षी सैकड़ों लोग बने।

अमरावती जिले के वझ्झर स्थित स्व. अंबादासपंत वैद्य मतिमंद व मूक-बधिर अनाथालय के मतिमंद व मूक-बधिर अनाथ बच्चों की देखभाल के साथ ही उनका पुनर्वसन करने का काम वरिष्ठ समाजसेवी शंकरबाबा पापड़कर कर रहे हैं। वे अभी तक अनाथालय की 23 मानस कन्याओं का विवाह करवा चुके हैं। यह 24वां विवाह था। समीर की बारात जिलाधिकारी रवींद्र ठाकरे के निवास से निकली। बैंड बाजे के साथ निकली बारात में समीर घोड़ी पर सवार थे और बाराती खुशी से झूम रहे थे। बारात सद्भावना लॉन पहुंचने पर दुल्हन के मानस पिता गृहमंत्री अनिल देशमुख, आरती देशमुख, उनके बेटे सलिल तथा बहू रिद्धि देशमुख ने फूलों की वर्षा कर स्वागत किया। दूल्हे को फूलों से सजी बग्घी में सवार कर मंच तक लाया गया। रोमांचक आतिशबाजी की गई। मराठी रीति-रिवाजों से हुए मंगलाष्टक हुआ। पंडित किशोर तिवारी ने विवाह की रस्में पूर्ण कराई। संचालन डा. बीआर विधे गुरुजी ने किया।

विवाह की साक्षी हस्तिया :  इस अवसर पर शंकरबाबा पापड़कर, पद्मश्री प्रभाकरराव वैद्य, सांसद कृपाल तुमाने, विधायक विकास ठाकरे, मोहन मते, विकास कुंभारे, रा.स्व. संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, पूर्व मंत्री अनीस अहमद, रणजीत देशमुख, रमेश बंग, सतीश चतुर्वेदी, पूर्व सांसद दत्ता मेघे, पूर्व विधायक गिरीश गांधी, दीनानाथ पडोले, स्व. अंबादासपंत वैद्य मतिमंद व मूक-बधिर अनाथालय की अध्यक्ष सुमन तायडे, हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल की अध्यक्ष माधुरी चिडके-वैद्य, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी योगेश कुंभेजकर, पूर्व राज्यपाल रा.सु. गवई की पत्नी कमल गवई, सीमा साखरे, विमलाश्रम घरकुल के अध्यक्ष रामभाऊ इंगोले आदि उपस्थित थे। 

सर्वधर्म समभाव की मिसाल
मूक-बधिर युगल के विवाह समारोह ने सर्वधर्म समभाव का संदेश दिया। विवाह समारोह में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध समाज के धर्मगुरु तथा प्रतिनिधि उपस्थित थे। झिंगाबाई टाकली स्थित ब्रह्माकुमारी शाखा की ब्रह्माकुमारी कल्पना, ब्रह्माकुमारी संयुक्ता, ब्रह्माकुमारी शोभा, ब्रह्माकुमारी कमला, ब्रह्माकुमारी छबूबेन, मरकज मस्जिद के ट्रस्टी हाजी नुरूल अमीन, लाइफ स्मिथ इंडिया के डायरेक्टर (आपरेशन) ख्वाजा साजिद, सैयद रब्बानी निजामी, गुरुद्वारा श्री रामदासजी के ग्रंथी जसबीर सिंह, मोहन सिंह, भदंत सिद्धि रतन, भदंत प्रज्ञावीर, भदंत बोधिमित्र, भदंत धम्मशील, एसएफएस चर्च के फादर गोन्सालो, फादर डोमेनिक आदि उपस्थित थे।  

वर्षा नागपुर रेलवे स्टेशन पर लावारिस अवस्था में पुलिस को मिली थी। शंकरबाबा पापड़कर ने अमरावती जिले के वझ्झर स्थित स्व. अंबादासपंत वैद्य मतिमंद व मूक-बधिर अनाथालय में उसका माता-पिता की तरह देखभाल कर उसे पिता का नाम दिया। वर्षा की आयु छह वर्ष होने पर उसे संत गाडगेबाबा निवासी मूक-बधिर विद्यालय में चौथी तक शिक्षा दिलाकर आत्मनिर्भर बनाया। दो वर्ष का समीर डोंबिवली में लावारिस स्थिति में मिला था। उसे भी शंकरबाबा पापड़कर ने वझ्झर स्थित अनाथालय में रखकर अपना नाम दिया। सातवीं कक्षा तक की पढ़ाई के बाद समीर को स्वावलंबी बनाने के लिए नौकरी दिलाई।

Created On :   21 Dec 2020 3:06 PM IST

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