मनीष श्रीवास हत्याकांड, सफेलकर नहीं उगल रहा सच

Manish Shriwas murder case, Safelkar is not extracting truth
मनीष श्रीवास हत्याकांड, सफेलकर नहीं उगल रहा सच
मनीष श्रीवास हत्याकांड, सफेलकर नहीं उगल रहा सच

 डिजिटल डेस्क, नागपुर।  शहर के चर्चित मनीष श्रीवास हत्याकांड के मुख्य सूत्रधार रंजीत सफेलकर, कालू उर्फ शरद हाटे, भरत हाटे और हेमंत गोरखा पुलिस रिमांड पर हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन आरोपियों से पुलिस जैसे ही मनीष श्रीवास हत्याकांड के बारे में पूछताछ शुरू करती है, रंजीत सफेलकर चुप्पी साध लेता है। सफेलकर और उसके साथियों से पुलिस अभी तक कुछ भी नहीं उगलवा सकी है। सफेलकर, कालू, भरत और हेमंत गाेरखा को मनीष श्रीवास हत्याकांड में गिरफ्तार किया गया है। 

पुलिस उम्मीद पर कायम
उम्मीद की जा रही थी कि, रंजीत की गिरफ्तारी के बाद बड़े खुलासे होंगे, लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद फिलहाल पुलिस आरोपियों से यह तक नहीं उगलवा सकी कि, मनीष श्रीवास की हत्या क्यों की? किसके इशारे पर की गई। इस बारे में पुलिस आरोपियों से कड़ी पूछताछ कर रही है। 

चुप्पी टूटेगी : पुलिस
पुलिस विभाग के आला अफसरों को उम्मीद है कि, आरोपियों की चुप्पी जरूर टूटेगी और वह मनीष हत्याकांड को अंजाम देने का रहस्य उजागर करेंगे। सूत्रों का कहना है कि, रंजीत सफेलकर को यह बात बखूबी पता है कि कब, कहां और कितना बोलना है। 

चुप्पी साध लेता है
रंजीत सफेलकर से जब भी पुलिस इस घटना के बारे में पूछताछ शुरू करती है तो वह चुप्पी साध लेता है।  सफेलकर और अन्य आरोपियों को पुलिस घटनास्थल पर ले जाकर सीन रिक्रिएट भी कर चुकी है, लेकिन फिलहाल पुलिस के सामने आरोपी रंजीत और उसके साथी पूरी तरह जुबान बंद रखे हुए हैं। 

बेनामी संपत्तियों की छानबीन शुरू 
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस विभाग ने सफेलकर और उसके साथियों की संपत्तियों के बारे में खोजबीन शुरू कर दी है। जांच में जुटी पुलिस टीम रंजीत के कामठी स्थित मकान पर कई बार दबिश दे चुकी हैं।

रिकॉर्ड खंगाल रही है : रंजीत के बारे में कहा जाता है कि, उसके पास कई बेनामी संपत्तियां अर्जित कर रखी हैं। इसकी जांच-पड़ताल में पुलिस की टीमें जुटी हुई हैं। रंजीत की संपत्तियों के बारे में पुलिस रिकार्ड खंगाल रही है। 

निमगड़े हत्याकांड का भी रहस्य कायम
रंजीत सफेलकर की गिरफ्तारी के बाद कयास लगाया जा रहा था कि, निमगड़े हत्याकांड का रहस्य खुल जाएगा, लेकिन अभी तक ऐसा कुछ नजर नहीं आ रहा है। शहर अपराध शाखा पुलिस ने इस मामले में 9 आरोपियों को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया था, उन्हें सीबीआई के हवाले कर दिया गया था। इन आरोपियों से निमगड़े हत्याकांड की गुत्थी सुलझने की उम्मीद जागी थी, लेकिन फिलहाल यह मामला भी ठंडे बस्ते में नजर आ रहा है। रंजीत सफेलकर को पांच करोड़ की सुपारी देने वाले व्यक्ति के बारे में भी पुलिस कोई सुराग नहीं मिला है।
 

Created On :   5 April 2021 12:10 PM IST

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