टैक्स वसूलने मनपा आयुक्त ने दिया टारगेट, नए वर्क आर्ड पर रोक

Manpa commissioner targets to collect tax, ban new work order
टैक्स वसूलने मनपा आयुक्त ने दिया टारगेट, नए वर्क आर्ड पर रोक
टैक्स वसूलने मनपा आयुक्त ने दिया टारगेट, नए वर्क आर्ड पर रोक

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर महानगर पालिका आर्थिक तंगी से गुजर रही है। टैक्स वसूली में मनपा के पसीने छूट रहे हैं। वित्तीय वर्ष समाप्त होने में मात्र डेढ़ माह शेष है। अभी तक केवल 18 प्रतिशत कर वसूली हो पाई है। मनपा की तिजोरी खाली है। आयुक्त ने नए विकास कार्यों के ऑर्डर जारी करने पर रोक लगा दी है। उपलब्ध निधि का प्राथमिकता के आधार पर नियोजन करने के विभाग प्रमुखों को आदेश दिए गए हैं। 

वसूली का जोनवाइज टारगेट
संपत्ति कर मनपा का आय का मुख्य स्रोत है। शहर में 5 लाख 50 हजार संपत्तियांं हैं। इन संपत्तियों पर टैक्स के रूप में 628 करोड़ रुपए वसूली के डिमांड भेजे गए हैं। इसी आय के भरोसे विकास की योजनाओं का नियोजन किया जाता है। साढ़े दस महीने में केवल 18 प्रतिशत टैक्स वसूल हो पाया है। वसूली का टारगेट पूरा करने में डेढ़ माह बचा है। आयुक्त तुकाराम मुंढे ने पदभार संभालने के बाद सबसे पहले मनपा की आर्थिक स्थिति का जायजा लिया। मनपा की तिजोरी खाली देख आयुक्त भी चौंक गए। टैक्स वसूली के लिए जोनवाइज प्रतिदिन टारगेट दिया है। डेढ़ महीने में टारगेट पूरा करना टैक्स विभाग के सामने बड़ी चुनौती है। साल भर सुस्त रहा टैक्स विभाग आयुक्त के टारगेट से हड़बड़ा गया है। वसूली का दबाव बढ़ने से विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों की रात की नींद, दिन का चैन छिन गया है।

बजट गड़बड़ाया
वित्तीय वर्ष 2018-2019 में बकाया 323.23 करोड़ और चालू 185.64 करोड़ रुपए कुल 509 करोड़ रुपए टैक्स वसूली के डिमांड भेजे गए थे। इसमें से मात्र 208.88 करोड़ रुपए टैक्स वसूल हो पाया। वसूले गए टैक्स में बकाया 72.39 करोड़ और चालू 136.49 करोड़ रुपए टैक्स का समावेश रहा। सालभर मशक्कत के बाद मात्र 40 प्रतिशत टैक्स वसूल किया गया। टैक्स वसूली में पिछड़ने से मनपा का बजट पहले से गड़बड़ाया है। चालू वित्तीय वर्ष 2019-2020 में 628 करोड़ रुपए वसूली का टारगेट है। चालू वित्तीय वर्ष की वसूली 219.99 करोड़ और बकाया 480.40 करोड़ है। अभी तक 192 करोड़ रुपए टैक्स वसूल किया गया है, जिसमें 90 करोड़ बकाया और 102 करोड़ रुपए चालू टैक्स है। टैक्स वसूली  में पिछड़ जाने से मनपा का बजट गड़बड़ा गया है।

400 करोड़ के बिल बकाया
मनपा आयुक्त तुकाराम मुंढे ने विशेष सभा में बताया कि, उपलब्ध निधि के मुकाबले अधिक काम मंजूर किए जाने से पूरा भुगतान नहीं हो पाया है। 400 करोड़ के बिल मनपा के पास बकाया हैं। जो काम चल रहे हैं, उसे पूरा किया जाएगा। इसके अतिरिक्त सरकार के विविध प्रकल्पाें में मनपा की भागीदार का हिस्सा भुगतान करना आवश्यक है। मनपा की आर्थिक स्थिति को देखते हुए नए प्रकल्पों के वर्क ऑर्डर पर रोक लगाने के विभाग प्रमुखों को आदेश दिए गए हैं। 

वनटाइम सेटलमेंट
टैक्स बकाया बढ़ने से मनपा पर आर्थिक संकट के बादल मंडरा रहे हैं। इस समस्या से उबारने के लिए बकाया टैक्स का वन टाइम सेटलमेंट करने का टैक्स निर्धारण व टैक्स संकलन समिति ने निर्णय लिया है। इस स्कीम अंतर्गत बकाया टैक्स पर लगाए गए ब्याज में छूट दी जाएगी। सिर्फ बकाएदार संपत्ति मालिकों को इसका लाभ मिलेगा।  बकाया टैक्स वसूल करने की दृष्टि से यह निर्णय लिए जाने की जानकारी समिति सभापति महेंद्र धनविजय ने दी है। 16 फरवरी से 31 मार्च तक रविवार को सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक वार्ड में शिविर लगाकर वसूली का निर्णय भी बैठक में लिया गया है।

सर्वेक्षण में खामियों का असर
संपत्ति का सर्वेक्षण कर 5 लाख, 50 हजार संपत्ति रिकॉर्ड में ऑनलाइन अपलोड की गईं। सर्वेक्षण में त्रुटियां रह जाने से हजारों संपत्ति धारकों आपत्ति दर्ज की है। मामलों का निपटारा करने सुनवाई जारी है। विभाग के पास कर्मचारी कम होने से प्रत्यक्ष निरीक्षण कर निपटारे में विलंब हो रहा है। अनेक प्रकरणों का निपटारा नहीं होने से वसूली पर परिणाम हो सकता है, ऐसा सूत्रों का कहना है।
 

Created On :   15 Feb 2020 5:24 PM IST

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