गार्डन में इन्ट्री फीस को लेकर मनपा बैकफुट पर

Manpa is on backfoot regarding the entry fee in the garden
गार्डन में इन्ट्री फीस को लेकर मनपा बैकफुट पर
गार्डन में इन्ट्री फीस को लेकर मनपा बैकफुट पर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर के 69 उद्यानों में 5 रुपए प्रवेश शुल्क लगाने का मनपा की स्थायी समिति ने प्रस्ताव पारित किया था। उद्यान का संचालन निजी हाथों में सौंपने व शुल्क वसूल करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी। शहर में इसका तेज विरोध हुआ। प्रस्ताव स्थायी समिति में आने से पहले ही नागरिकों ने प्रदर्शन कर हस्ताक्षर आंदोलन शुरू कर दिया था। इस निर्णय पर जनता में रोष बढ़ता देख शुल्क वसूली के निर्णय पर मनपा ने कदम पीछे ले लिए है। स्थायी समिति सभापति विजय झलके ने पत्र परिषद में बताया कि जनभावना की कद्र करते हुए विभाग को प्रस्ताव वापस भेज दिया गया है। उद्यानों का रखरखाव तथा देखभाल करने के लिए स्वयंसेवी संस्था तथा व्यावसायिक संगठनों का सहयोग लेकर उद्यानों का विकास करने की संभावना तलाश कर संशोधित प्रस्ताव पारित करने के निर्देश दिए गए हैं।

उन्होंने बताया कि मनपा की आर्थिक स्थिति नाजुक रहने से उद्यानों के रख-रखाव पर मनपा खर्च करने की स्थिति में नहीं है। नागरिकों को उद्यानों में बेहतर सुविधा मिल सके और मनपा का आर्थिक बोझ कम हो, इसलिए यह निर्णय लिया गया था। इसे लेकर नागरिकों में भारी विरोध है। मनपा पदाधिकारी, विधायकों तथा जनप्रतिनिधियों को नागरिकों के आवेदन मिले हैं। इसे देखते हुए नागरिकों की जेब पर बिना बोझ बढ़ाए उद्यानों का रखरखाव और देखभाल करने के लिए इच्छुक स्वयंसेवी संगठन अथवा व्यावसायिक संगठनों के सहयोग की संभावना तलाशी जाएगी। इस विषय पर प्रशासन के साथ चर्चा की जाएगी। स्वयंसेवी संस्था या व्यावसायिक संगठनों के सामने आने पर उन्हें जिम्मेदारी दी जाएगी।

जनशक्ति की जीत
नागपुर की जनता ने एकजुटता दिखाकर मनपा को उद्यानों के निजीकरण का निर्णय वापस लेने के लिए बाध्य किया है। यह जनशक्ति की जीत है। -अभिजीत झा, सिटीजन फोरम, नागपुर

निजीकरण बर्दाश्त नहीं
मनपा की सभी सेवाओं में निजीकरण का एजेंडा अपनाया जा रहा है। नागपुर की जनता इसे कदापि बर्दाश्त नहीं करेगी।
-अभिजीत सिंह चंदेल, सिटीजन फोरम, नागपुर
 

Created On :   6 Feb 2021 9:00 AM GMT

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