रेलवे के 176 बेड में से मात्र तीन का ही उपयोग कर पाई मनपा

Manpa was able to use only three of the 176 beds of the railway.
रेलवे के 176 बेड में से मात्र तीन का ही उपयोग कर पाई मनपा
रेलवे के 176 बेड में से मात्र तीन का ही उपयोग कर पाई मनपा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशानुसार भारतीय रेलवे के नागपुर मंडल द्वारा कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए सर्वसुविधायुक्त आइसोलेशन कोच उपलब्ध कराई गई है। 2 मई को रेलवे द्वारा विधिवत रूप से यह कोच मनपा के सुपुर्द किए गए थे। अजनी के इनलैंड कंटेनर यार्ड परिसर में खड़ी इस आइसोलेशन कोच में कुल 176 बेड की व्यवस्था है, लेकिन 15 दिन बीत जाने के बावजूद मनपा इन कोच में तैयार बेड का सदुपयोग नहीं कर पा रही है। इसमें मात्र 3 मरीजों को उपचार के लिए क्वारंेटीन किया गया है। 

रोजाना मोटा खर्च 
मनपा अधिकारियों के मुताबिक महामारी कोरोना के इस संकटकाल में रेलवे द्वारा उपलब्ध कराई गई आइसोलेशन कोच के महत्व को दरकिनार नहीं किया जा सकता, लेकिन इन कोच में ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता न होने के कारण इनका पूर्ण रूप से  इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है। आइसोलेशन कोच में सभी बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं है। चूंकि इन कोच का इस्तेमाल कोरोना संक्रमित उन लोगों को क्वारंेटीन करने के लिए होना है, जिनके पास होम क्वारंेटीन होने की व्यवस्था नहीं है, इसलिए कोच में ऑक्सीजन सिलेंडर की संख्या बेहद सीमित रखी गई है। इस स्थिति में लाखों खर्च कर तैयार किए गए 11 आइसोलेशन कोच का सही उपयोग नहीं हो पा रहा है। इन कोच में मनपा द्वारा डॉक्टरों की टीम, पैरामेडिकल स्टाफ, सफाई कर्मचारी आदि की नियुक्ति के साथ-साथ खान-पान का भी प्रबंध किया गया है, जिस पर रोजाना मोटी रकम खर्च हो रही है

अस्पतालों में जगह नहीं होगी, तब होगा इस्तेमाल
शहर के लगभग सभी सरकारी अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों का उपचार किया जा रहा है। मनपा द्वारा संचालित अस्पतालों में भी सैकड़ों बेड की व्यवस्था की गई है। इसके बावजूद अनेक निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती हैं। कुछ ही दिन पहले स्थिति यह थी कि प्रशासन शहर के अस्पतालों में कोरोना मरीजों को ऑक्सीजनयुक्त बेड उपलब्ध नहीं करा पा रहा था। कुछ मरीजों को गंभीर हालत में उपचार के लिए अन्य राज्यों में भी भेजा गया। मनपा प्रशासन दावा तो कर रहा है कि स्थिति नियंत्रण में है। कुछ अस्पतालों में बेड भी रिक्त है। अधिकारियों के मुताबिक अस्पतालों में मरीजों के लिए जगह न होने पर ही आइसोलेशन कोच का इस्तेमाल किया जाएगा।

नंदुरबार प्रशासन द्वारा रेलवे को वापस किया गया आइसोलेशन कोच
नंदुरबार में भी रेलवे प्रशासन द्वारा एक आइसोलेशन कोच उपलब्ध कराई गई थी। सूत्रों के मुताबिक कोरोना मरीजों की संख्या नियंत्रित होने पर नंदुरबार प्रशासन द्वारा यह आइसोलेशन कोच रेलवे को वापस कर दिए गए हैं। मनपा प्रशासन द्वारा आगामी कुछ दिनों में नागपुर में उपलब्ध आइसोलेशन कोच को इसी तरह वापस किया जा सकता है।

संकटकाल में हमेशा राहत पहुंचाई रेलवे ने
महामारी कोरोना के इस संकटकाल में रेलवे द्वारा 11 आइसोलेशन कोच उपलब्ध कराकर राहत प्रदान की गई थी। भले ही इसका पूर्ण रुपेण उपयोग नहीं हो पा रहा, लेकिन इसके महत्व को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इन कोच में सभी 176 बेड ऑक्सीजनयुक्त न होने की वजह से यहां कुछ ही मरीजाें को रखा जा रहा है। हमने मरीजों के उपचार व अन्य आवश्यकताओं का संपूर्ण प्रबंध किया है। अस्पतालों में बेड उपलब्ध न होने पर इन कोच का इस्तेमाल किया जा सकेगा। - राम जोशी, अतिरिक्त आयुक्त मनपा

एमओयू के मुताबिक पुख्ता इंतजाम
रेलवे द्वारा राज्य व शहर प्रशासन के अनुराेध पर आइसोलेशन कोच उपलब्ध कराए गए हैं। हमने मनपा के साथ एमओयू तैयार किया है, जिसमें रेलवे के उत्तरदायित्वों का उल्लेख है। इस एमओयू के मुताबिक रेलवे द्वारा आइसोलेशन कोच में पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। शेष इंतजाम की जिम्मेदारी मनपा की है। - शिवाजी सुतार, सीपीआरओ, रेलवे

Created On :   17 May 2021 9:33 AM GMT

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