आर्थिक संकट झेल रही मनपा, ईंधन के लिए रकम नहीं, बैरंग लौटे वाहन

Manpala facing financial crisis, no money for fuel, vehicles returned in disarray
आर्थिक संकट झेल रही मनपा, ईंधन के लिए रकम नहीं, बैरंग लौटे वाहन
आर्थिक संकट झेल रही मनपा, ईंधन के लिए रकम नहीं, बैरंग लौटे वाहन

डिजिटल डेस्क, नागपुर। महानगरपालिका पर गहराते आर्थिक संकट ने ज्यादातर वाहनों के पहिये जाम कर दिए। आर्थिक संकट इतना ज्यादा गहरा गया कि मनपा ने दिसंबर 2020 से पेट्रोल पंप संचालक का 56 लाख रुपए का भुगतान नहीं किया। पूर्व में सूचना देने के बावजूद मनपा ने अब तक उसका भुगतान नहीं किया। अंतत: बुधवार को परेशान होकर अमरावती मार्ग स्थित भोले पेट्रोल पंप संचालक ने मनपा वाहनों को पेट्रोल-डीजल देने से मना कर दिया। इसके बाद भोले पेट्रोल पंप के सामने मनपा के वाहनों की लंबी कतार लग गई। यातायात भी जाम हुआ। घंटों यह वाहन खड़े रहे, लेकिन पंप संचालक ने ईंधन नहीं दिया। आखिरकार वाहनों को खाली ही लौटना पड़ा। वाहनों में ईंधन नहीं होने से मनपा के कई काम अटक गए। कई अधिकारी-पदाधिकारियों को अपने काम टालने पड़े तो दौरे भी रद्द करने पड़े।  

वाहन में ईंधन नहीं होने से मनपा के अनेक नियमित काम प्रभावित हुए। यहां तक कि रोजाना धड़ल्ले से चलने वाली अतिक्रमण निर्मूलन की कार्रवाई को भी सीमित रखना पड़ा। शहर में रोजाना 10 जोन में चलने वाली अतिक्रमण कार्रवाई बुधवार को सिर्फ तीन जोन लक्ष्मीनगर, हनुमाननगर और आशीनगर जोन तक सीमित रही। कार्रवाई के दौरान तोड़ूदस्ते के पास सामान जब्त करने वाला वाहन तक नहीं था। ऐसे में उन्हें परिवहन विभाग से सामान जब्त करने के लिए एक बस मांगना पड़ा। बुधवार को बस में जब्ती का सामान भरकर उसे मनपा के गोडाउन में जमा करने की नौबत आई। 

मनपा में करीब छोटे-बड़े 200 वाहन हैं। अधिकारी और पदाधिकारियों के लिए वाहन किराए पर लिए गए हैं। इसके अलावा अलग-अलग विभागों के वाहन हैं। इन सभी वाहनों के लिए भोले पेट्रोल पंप से पेट्रोल-डीजल भरवाया जाता है। वर्षों से यहीं से ईंधन की आपूर्ति हो रही है। इन वाहनों में  रोजाना करीब 1500 से 2000 लीटर ईंधन लगता है। दिसंबर से मनपा ने पंप संचालक को भुगतान नहीं किया है। बकाया 56 लाख रुपए तक पहुंच गया है। खबर है कि पंप संचालक ने इसके पूर्व मनपा को भुगतान करने की सूचना दी थी, लेकिन आर्थिक संकटों का हवाला देकर बार-बार इसे टाला जा रहा था। पानी सिर के ऊपर से जाने पर अंतत: बुधवार को पंप संचालक ने उधार ईंधन देने से साफ इनकार कर दिया। आनन-फानन में बुधवार को फाइल मंगवाकर उसे मंजूरी प्रदान करने की जानकारी है। गुरुवार को भुगतान का आश्वासन दिया गया है। 
 

Created On :   18 Feb 2021 11:30 AM IST

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