RSS की सभा में होंगे कई बड़े बदलाव, तय होगी आगे की दिशा

Many changes will in RSS meeting of head quarter nagpur
RSS की सभा में होंगे कई बड़े बदलाव, तय होगी आगे की दिशा
RSS की सभा में होंगे कई बड़े बदलाव, तय होगी आगे की दिशा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। आरएसएस की 9 मार्च से होने वाली सभा में की बड़े बदलाव होने के संकेत मिल रहे हैं। सभा से ही संघ के आगे की दिशा भी तय किए जाने की उम्मीद है।  विश्व हिंदू परिषद के कार्याध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया व भाजपा के पूर्व संगठन महामंत्री संजय जोशी का मामला खासतौर पर चर्चा में रह सकता है। स्वयं की सुरक्षा पर सवाल उठाकर चर्चा में आए तोगड़िया कदाचित इस सभा में उपस्थित नहीं रहेंगे। उनके स्थान पर विहिप के दूसरे बड़े नेता संपतराव के उपस्थित रहने की संभावना है।

जोशी को लेकर लिए जा सकते हैं निर्णय
संजय जोशी भाजपा में एक तरह से वनवास की स्थिति में हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नाराजगी दूर करने के लिए जोशी को भाजपा से पदमुक्त किया गया था, लेकिन खबरें आती रहती हैं कि संजय जोशी का वनवास समाप्ति की ओर है। संघ की प्रतिनिधि सभा में संगठनात्मक चुनाव भी होनेवाले हैं। उसके बाद भाजपा में भी कुछ बदलाव होंगे। लिहाजा जोशी के संगठनात्मक समायोजन को लेकर विचार किया जा सकता है। प्रतिनिधि सभा में संघ से जुड़े अन्य संगठनों के कार्यों की रिपोर्टिंग ली जाएगी। रिपोर्टिंग के आधार पर क्षेत्रीय स्थिति को देखते हुए जनसंवाद के तरीके में बदलाव भी किया जा सकता है।

भाजपा को घेरने वाले प्रश्न भी उठ सकते हैं
गौरतलब है कि 9 से 11 मार्च तक डॉ.हेडगेवार स्मृति भवन रेशमबाग में संघ की प्रतिनिधि सभा होनेवाली है। 3 वर्ष में संघ मुख्यालय में होनेवाली प्रतिनिधि सभा का संगठन मामले में काफी महत्व है। इस सभा में प्रस्ताव तैयार करके संघ व उससे जुड़े संगठनों की दिशा तय की जाती है। सभा में विविध संगठन खुलकर विचार रखते हैं। माना जा रहा है कि इस बार भाजपा को लेकर संघ के अन्य संगठनों की नाराजगी अधिक तीव्र हो सकती है। 2015 में प्रतिनिधि सभा में भी भाजपा के प्रति नाराजगी जताई गई थी। हालांकि तब केंद्रीय सत्ता में आने में भाजपा के एक वर्ष ही पूरे हो पाए थे। लेकिन सुरक्षा व मजदूर संरक्षण के मामलों को लेकर सरकार की कार्यशैली का तंज कसा गया था। अब तो असंतोष पहले से अधिक बढ़ गया है। विश्व हिंदू परिषद ने एक वर्ष पहले नागपुर में ही बड़ा सम्मेलन आयोजित कर मंदिर मामले को उठाया था। विहिप नेता प्रवीण तोगड़िया के तेवर चर्चा में रहे। भारतीय मजदूर संघ तो सरकार के विरोध में प्रदर्शन करने लगा है। इस संगठन ने सरकार की आर्थिक नीति की खुलकर आलोचना की। लिहाजा प्रतिनिधि सभा में रिपोर्ट के साथ भाजपा सरकार को घेरनेवाले प्रश्न उठ सकते हैं।

विशेष योजनाओं की समीक्षा 
संघ ने नियमित चलनेवाले कार्यक्रमों के अलावा जनसंवाद बढ़ाने के लिए विशेष योजनाएं भी चलाई। एक वर्ष में इन योजनाओं के प्रभाव के बारे में भी समीक्षा होगी। प्रोफेशनल्स कालेज स्टूडेंट कैंप, हाइवे पर गांवों में संघ की शाखा, गौसेवा समागम के अलावा नगरीय क्षेत्रों में स्लम में संघ कार्य की समीक्षा की जाएगी। महिला ग्राम विकास, गैंड हिंदू मीट के अलावा अन्य कार्ययोजना की भी रिपोर्ट रखी जाएगी। 

व्यवस्था में जुटे स्वयंसेवक
प्रतिनिधि सभा में विविध व्यवस्था की जिम्मेदारी महानगर संघ के स्वयंसेवक संभालेंगे। इसके लिए सप्ताह भर से तैयारी चल रही है। प्रमुख पदाधिकारियों की बैठक के लिए दो स्थान पर व्यवस्था की गई है। दत्तोपंत ठेंगडी सभागृह व महर्षि व्यास सभागृह में मुख्य बैठक होगी। इनमें स्वयंसेवक या अन्य कार्यकर्ता को प्रवेश नहीं मिलेगा। स्मृति मंदिर परिसर में दो शामियाने होगे। रेशमबाग मैदान मेें भी शामियाना होगा। 
कौन होंगे शामिल
 

Created On :   6 March 2018 1:30 PM IST

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