आज कोल्हापुर से मराठा आंदोलन की होगी शुरुआत

Maratha movement will start from Kolhapur today
आज कोल्हापुर से मराठा आंदोलन की होगी शुरुआत
आज कोल्हापुर से मराठा आंदोलन की होगी शुरुआत

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मराठा आरक्षण रद्द करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सकल मराठा समाज आरक्षण बहाली के लिए एक बार मूक आंदोलन करेगा। राज्यसभा सांसद छत्रपति संभाजी राजे के नेतृत्व में मूक आंदोलन की शुरुआत बुधवार को कोल्हापुर से होगी। वे कोल्हापुर में छत्रपति साहू महाराज के समाधि स्थल से मूक आंदोलन की शुरुआत करेंगे।   मंगलवार को कोल्हापुर में संभाजी राजे ने कहा कि मूक आंदोलन में मराठा समाज की ओर से कोई नहीं बोलेगा। हमें मराठा आरक्षण को लेकर राज्य  सरकार और केंद्र सरकार की भूमिका जाननी है। इसलिए सरकार के मंत्री, विधायक और सांसद अपनी भूमिका स्पष्ट करेंगे। संभाजी राजे ने कहा कि पहले चरण में कोल्हापुर के बाद नाशिक, अमरावती, औरंगाबाद और रायगड में मूक आंदोलन होगा। उन्होंने कहा कि मराठा समाज मूक मोर्चा नहीं बल्कि मूक आंदोलन कर रहा है। इसलिए मेरी अपेक्षा है कि कोरोना संकट में मराठा समाज के लोग सड़क पर न उतरें। इस आंदोलन में मराठा समाज के समन्वयक शामिल होंगे। इससे पहले पूर्व की फडणवीस सरकार के समय मराठा समाज ने राज्य में 58 से अधिक मूक मोर्चा निकाला था। जिसके बाद फडणवीस सरकार ने मराठा समाज के लिए आरक्षण लागू किया था। लेकिन बीते 5 मई को सुप्रीम कोर्ट ने मराठा आरक्षण को रद्द कर दिया था।

मूक आंदोलन में शामिल होंगे मंत्री और विधायक- अजित पवार 
मराठा समाज के कोल्हापुर के मूक आंदोलन में प्रदेश सरकार के मंत्री और सत्ताधारी दलों के विधायक शामिल होंगे। मंगलवार को उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने यह जानकारी पुणे में दी। पत्रकारों से बातचीत में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सकल मराठा समाज के मूक आंदोलन में प्रदेश के गृह राज्य मंत्री तथा कोल्हापुर के पालक मंत्री सतेज पाटील, राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री हसन मुश्रीफ और विधायक शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से पालक मंत्री सतेज पाटील मराठा आरक्षण पर भूमिका व्यक्त करेंगे। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संकट के कारण संभाजी राजे से मूक आंदोलन करने के बजाय मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से चर्चा करने लिए आग्रह किया गया था लेकिन वे मूक आंदोलन करने के पक्ष में हैं। संभाजी राजे के मराठा आरक्षण पर विशेष अधिवेशन बुलाने की मांग पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि विधानमंडल के मानसून सत्र की शुरुआत 5 जुलाई से होगी। इस अधिवेशन में सभी दलों की सहमति से मराठा आरक्षण पर चर्चा की जा सकेगी। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मराठा आरक्षण को सुप्रीम कोर्ट ने रद्द किया है। मराठा आरक्षण बहाली के लिए अब सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करने और केंद्र सरकार के पास कानून में संशोधन का विकल्प है। इसको लेकर हम लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। हमें प्रधानमंत्री के फैसले का इंतजार है। 

भाजपा का पेट दर्द बंद नहीं हो रहा
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस तीन दलों के सरकार के गठन के कारण भाजपा का पेट दर्द बंद नहीं हुआ है। भाजपा को लग रहा था कि सरकार आज नहीं तो कल गिर जाएगी पर यह सरकार डेढ़ साल से काम कर रही है। इसलिए भाजपा सरकार के विरोध में वातावरण तैयार करने के लिए मराठा आरक्षण, ओबीसी के नगर निकायों के राजनीतिक आरक्षण और पिछड़े वर्ग के सरकारी कर्मचारियों के पदोन्नति के आरक्षण के मुद्दे पर आंदोलन करवाना चाह रही है। लेकिन आरक्षण को लेकर भाजपा की दोहरी भूमिका नजर आ रही है। 

बहुमत का जादुई आंकड़ा हासिल करना पड़ेगा
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के मुख्यमंत्री बनने की चाहत जातने के सवाल पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को इच्छा व्यक्त करने का अधिकार है। लेकिन मुख्यमंत्री बनने के लिए  विधानसभा में 145 विधायकों के बहुमत का जादुई आकड़ा हासिल करना पड़ेगा। जो यह आकड़ा हासिल करेगा वह मुख्यमंत्री बनेगा। एक सवाल के जवाब में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि फिलहाल मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में ही सरकार पांच साल काम करेगी। 

जनता के सामने लाई जाए सच्चाई 
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से राम मंदिर के निर्माण के लिए खरीदी गई जमीन को लेकर भ्रष्टाचार की खबरें सामने आ रही हैं। इसलिए जनता को सच्चाई पता चलनी चाहिए कि ट्रस्ट पर लगे आरोपों में तथ्य है अथवा नहीं। क्योंकि राम मंदिर बनाने के लिए काफी लोगों ने दान दिया है। मंदिर को लेकर हिंदुओं की भावनाएं काफी तीव्र हैं। 


 

Created On :   15 Jun 2021 7:09 PM IST

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