मराठी साहित्यकार सतीश कालसेकर नहीं रहे

Marathi litterateur Satish Kalsekar is no more
मराठी साहित्यकार सतीश कालसेकर नहीं रहे
मराठी साहित्यकार सतीश कालसेकर नहीं रहे

डिजिटल डेस्क, मुंबई।  साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता सुप्रसिद्ध मराठी साहित्यकार  सतीश कालसेकर का  हार्ट अटैक से निधन हो गया। 78 वर्षीय कालसेकर रायगढ़ के पेणस्थित अपने घर में हमेशा के लिए चिरनिद्रा में सो गए। परिवार में उनकी पत्नी सुप्रिया, बेटे विप्लव और आदित्य हैं।उनका अंतिम संस्कार शनिवार की दोपहर मुंबई के मुलुंड में उनके परिवार, रिश्तेदारों और साहित्यकारों की उपस्थिति में किया गया। सिंधुदुर्ग के मालवण में जन्मे कालसेकर को रस्किन बॉन्ड और महाश्वेता देवी जैसी किंवदंतियों की कहानियों को मराठी दर्शकों तक पहुंचाने का श्रेय यहां के स्थानीय पाठकों के लिए उनके कार्यों का अनुवाद करके दिया जाता है।

1965-2001 से बैंक ऑफ बड़ौदा के एक पूर्व अधिकारी, कालसेकर एक साथ मराठी साहित्य में खिले और उनकी कविताओं और लेखन ने मुंबई जैसे बड़े महानगर में अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहे सामान्य निम्न-मध्यम वर्ग के लोगों और श्रमिकों के जीवन और कष्टों को अपने साहित्य के जरिए  लोगों तक पहुंचाया। वर्ष 2013 में उन्होंने प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त किया। 

Created On :   24 July 2021 1:29 PM GMT

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