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मराठी भाषियों ने कलेक्ट्रेट पर निकाला मूक मोर्चा

डिजिटल डेस्क, अमरावती। राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी के बयान का मराठी भाषियों ने विरोध जताया। बता दें कि कोश्यारी ने महाराष्ट्र से गुजराती व राजस्थानी लोग चले गए तो मुंबई से पैसा चला जाएगा, ऐसा बयान दिया था जिसका मराठी भाषियों ने निषेध जताया। शहर के मराठी भाषियोंं ने राज्यपाल कोश्यारी को पद से हटाने की मांग करते हुए उनके बयान का निषेध करना शुरू कर दिया है। अमरावती में सोमवार 1 अगस्त को मराठी भाषियों ने जिलाधिकारी कार्यालय पर निषेध मोर्चा निकालकर भगतसिंह कोश्यारी को राज्यपाल पद से हटाने की मांग की। आंदोलनकारियों का कहना है कि मुंबई यह महाराष्ट्र की राजधानी है और मराठी भाषियों की अस्मिता महाराष्ट्र की जनता ने मुंबई का वैभव बढ़ाया है।
महाराष्ट्र की जनता गुजराती व राजस्थानी लोगों के भरोसे जी रही है। ऐसा कहना यानी महाराष्ट्र की जनता को कर्तृत्वशून्य संबोधित कर उन्हें अपमानित करने जैसा है। इस कारण भगतसिंह कोश्यारी को राज्यपाल पद से हटाने की मांग इस समय की गई। इस बाबत निर्णय नहीं हुआ तो 9 अगस्त क्रांति दिवस पर समूचे महाराष्ट्र मेंं तीव्र आंदोलन छेड़ने की चेतावनी दी गई। इस समय अश्विन चौधरी, नितिन देशमुख, अनिल टाले, प्रकाश राऊत, नीलेश ठाकरे, सुनील खांडे, डॉ. किशोर बेले, कैलाश गिरोेलकर, सुशील पडोले, प्रवीण देशमुख, मनोज डफले, एड. अनिरुध्द पाटील, सुनिल सुपटकर, एड. अजय ढोरे, गजानन रडके, अतुल गायगोले, संजय ठाकरे, सतीश काले, उमेश लाठेकर, मनोज सोलंके, प्रवीण लोखंडे, अभिजीत देशमुख, संजय वानखडे, जयंत इंगोले, प्रा. भालचंद्र घोेंगडे, प्रा. मनाली तायडे, हर्षा ढोके, मुकेश गिरीश, बाबुराव कोकाटे, पंकज देशमुख, प्रिती उगले, वंदना धांडे आदि शामिल थे।
Created On :   2 Aug 2022 2:47 PM IST