- Home
- /
- दैनिक भास्कर से मन की बात, सभी...
दैनिक भास्कर से मन की बात, सभी महापौर के लिए बड़ी चुनौती होती है पानी की समस्या

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मनपा की हद में शहरी क्षेत्र आता है। शहरों का विकास तेजी से हो रहा है। मनपा क्षेत्र में विकास की कई योजनाएं बन और चल रही हैं। शहर को सेवा सुविधाओं के मामले में स्मार्ट बनाने के लिए महापौरों को विशेष प्रयास करना पड़ता है। केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं का समुचित नियोजन करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। विविध प्रयासों के साथ ही महापौरों के लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है, पानी उपलब्ध कराना। पानी समस्या के निराकरण के लिए महापौरों को अपने नेतृत्व की एक तरह से परीक्षा देनी पड़ती है। ऐसे में अधिकारी उनके लिहाज से मिले तो ठीक, वरना फजीहत हो जाती है। इसलिए महापौर चाहते भी हैं कि मनपा में अधिकार नियुक्ति का अधिकार उन्हें व मनपा को मिले। महाराष्ट्र महापौर परिषद के सिलसिले में शहर में आए महापौरों में से 5 महापौर ने दैनिक भास्कर कार्यालय को सदिच्छा भेंट दी। चर्चा में उन्होंने विविध कार्यों व चुनौतियों का जिक्र किया।
लातूर, डैम की ऊंचाई बढ़ाने का प्रस्ताव
सुरेश पवार, महापौर, लातूर महानगरपालिका का कहना है कि मराठवाड़ा में जलसंकट वर्षों से हैं। लातूर मनपा में एक ही स्रोत के माध्यम से जलापूर्ति हो रही है। शहर का विस्तार हो रहा है। जिस डैम से पेयजल लिया जा रहा है, वह शहर की पानी आवश्यकता को पूरी करने में अपर्याप्त है। पानी पर ही विकास निर्भर होती है। हमने जलापूर्ति सेवा को सुचारु करने के िलए डैम की ऊंचाई बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार किया है। मुख्यमंत्री को वह प्रस्ताव सौंपा गया है। मुख्यमंत्री का सहयोग मिल रहा है। पानी के लिए निधि मिल रही है। लातूर को एजुकेशन हब के तौर पर विकसित करने के लिए मनपा की ओर से आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। नगरसेवक व महापौर जनता से सीधे जुड़े रहते हैं। जनता उनके पास विविध समस्याएं लेकर आती है। लिहाजा, मनपा के अधिकारियों को इन चुने हुए जनप्रतिनिधियों को सहयोग करना चाहिए।
नवी मुंबई, डैम ही खरीद
जयवंत सुतार, महापौर के मुताबिक नवी मुंबई मनपा की आर्थिक स्थिति ठीक है, लेकिन जलापूर्ति की समस्या वहां भी रही है। जलापूर्ति के संकट को दूर करने के लिए मनपा ने राज्य सरकार से एक डैम खरीदा। अब पानी की कोई समस्या नहीं है। मनपा मुख्यालय को व्हाइट हाऊस जैसे संजोया गया है। स्मार्ट सिटी प्रकल्प तो अब आ रहे हैं। नवी मुंबई ने काफी पहले से स्मार्ट सिटी बनने की दिशा में काम किया। स्वच्छता मामले में शहर का पुरस्कार मिला है। मनपा की ओर से 2 सीबीएसई स्कूल चलाए जा रहे। स्मार्ट स्कूलों में 10 वीं तक अध्ययन की सुविधा है। 45000 से अधिक विद्यार्थी इन स्कूलों में हैं। 200 बेड का अस्पताल पहले से ही चलाया जा रहा है। अब 50 व 100 बेड के अस्पतालों का भी प्रस्ताव है। नवी मुंबई में प्रापर्टी टैक्स वसूली पर अधिक ध्यान दिया गया है। 20 वर्ष तक टैक्स दर नहीं बदलने के निर्णय को काफी प्रतिसाद मिला है।
चंद्रपुर, पानी पर सीएम का मिला साथ
अंजलि घोटेकर, महापौर, चंद्रपुर के मुताबिक मनपा क्षेत्र में भी जलसंकट रहा है। जनसंख्या की तुलना में पर्याप्त पेयजल उपलब्ध नहीं करा पाते थे। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का साथ मिला । वित्तमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने मुख्यमंत्री के साथ बैठक कराई। चंद्रपुर मनपा की विविध समस्या दूर करने का निर्णय लिया गया। अब 4 लाख नागरिकों को जलापूर्ति कराने की व्यवस्था है। 2 अक्टूबर से चंद्रपुर में प्रतिदिन पानी दिया जा रहा है। प्रदूषण रोकने के लिए भी उपाय योजनाएं की जा रही हैं। गीला व सूखा कचरे का नियोजन किया जा रहा है। प्रभाग स्तर पर गीला कचरा को नष्ट किया जा रहा है। पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की प्रतिमा साकार की जा रही है। कलाम की सबसे बड़ी प्रतिमा चंद्रपुर में होगी। शैक्षणिक व सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए मनपा की ओर से सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है।
पनवेल, करना है सब कुछ
डा.कविता चौतमाल, महापौर ने बताया पनवेल को मनपा का दर्जा मिले 1 वर्ष ही बीते हैं। मनपा क्षेत्र में विविध काम किए जा रहे हैं। सब कुछ नया हो रहा। मनपा मुख्यालय के अलावा आयुक्तालय की इमारत भी बनानी है। मनपा क्षेत्र में शामिल हुए गांवों का विकास कार्यों के लिए नियोजन किया जा रहा है। हर क्षेत्र की तरह पनवेल में भी पानी की समस्या है। जलापूर्ति योजना के विस्तारित कार्य के लिए राज्य सरकार से सहयोग मांगा जा रहा है। लगभग हर दिन डीपीआर तैयार हो रहे हैं। नई मनपा होने के कारण मेन पावर की भी कमी है। फिलहाल केवल 300 अधिकारियों, कर्मचारियों के बल पर मनपा चल रही है। चुनौतियों की कमी नहीं है। महापौर के अधीन उपायुक्त की नियुक्ति होना चाहिए। राज्य में मेयर काउंसिल लागू होना चाहिए। पहली बार नगरसेवक व पनवेल की पहली महापौर बनी हूं। प्रयास यही है कि पनवेल के विकास में कुछ यादगार योगदान दे सकूं।
नाशिक, पानी के स्रोत पर ध्यान देना है
रंजना भानसे, महापौर नाशिक महानगरपालिका का कहना है कि हमारे यहां पानी के स्रोत होने के बाद भी पानी की कमी बनी रहती है, जिस पर हम ध्यान दे रहे हैं। हमें मराठवाड़ा को भी पानी देना पड़ता है। गोदावरी नदी होने के बाद भी पानी की समस्या बनी हुई है, इसलिए हम स्रोत खोज रहे हैं। नाशिक को ग्रीन सिटी बनाना मेरा स्वप्न है, जो 700 एकड़ का प्रोजेक्ट है। कुंभ का आयोजन शहर के लिए लाभदायक है। राम मंदिर के िलए निधि मिल गई है। विदेशों की तर्ज पर सड़क विकसित कर रहे हैं जिसमें साइकिल के लिए भी ट्रैक हो।
Created On :   28 Oct 2018 3:47 PM IST