मेडिकल शिक्षा विभाग लेगा स्टायपेंड बढ़ाने का निर्णय

Medical education department to decide on increase of stipend
मेडिकल शिक्षा विभाग लेगा स्टायपेंड बढ़ाने का निर्णय
मेडिकल शिक्षा विभाग लेगा स्टायपेंड बढ़ाने का निर्णय
हाईलाइट
  • इंटर्न की मांग है कि अन्य राज्यों की अपेक्षा उनका स्टायपेंड बहुत कम है।
  • मुलाकात में यह तय नहीं हो पाया कि स्टायपेंड कब और कितना बढ़ेगा।
  • राज्य वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने शनिवार को कहा कि चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा ही तय किया जाएगा कि वह इसे कैसे समायोजित करते हैं।

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने शनिवार को इंटर्न विद्यार्थियों को आश्वासन दिया कि वह उनकी मांगों को जरूर पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा ही तय किया जाएगा कि वह इसे कैसे समायोजित करते हैं। इस दौरान उन्होंने चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों से भी बात की और विद्यार्थियों का विषय रखा। हालांकि मुलाकात में यह तय नहीं हो पाया कि स्टायपेंड कब और कितना बढ़ेगा। विद्यार्थियों से मंगलवार तक निर्णय लेने के लिए समय मांगा है। वह सिविल लाइंस स्थित वनभवन में मेडिकल विद्यार्थियों से चर्चा के दौरान बोल रहे थे।

गौरतलब है कि पिछले बुधवार 13 जून से राज्य भर के मेडिकल के इंटर्न स्टूडेंट एसोसिएशन ऑफ स्टेट मेडिकल इंटर्न्स (ASMI) महाराष्ट्र के बैनर तले हड़ताल पर हैं। इंटर्न की मांग कि अन्य राज्यों की अपेक्षा उनका स्टायपेंड बहुत कम है। उन्हें 6 हजार रुपए प्रतिमाह दिया जाता है। उन्होंने इसे बढ़ाकर 15 हजार रुपए करने की मांग की है। शनिवार को हुई बैठक में भी फैसला नहीं होने के कारण हड़ताल वापस लेने का निर्णय नहीं लिया गया।

संभावना जताई जा रही है कि देर रात इस पर निर्णय हो सकता है। हड़ताल में इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेयो) व शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेडिकल) के 350 विद्यार्थी शामिल हैं। शनिवार को हुई बैठक में आईएमए प्रदेश के अध्यक्ष डॉ.वाई.एस.देशपांडे, एमएसएमआई के सचिव गोकुल राख, सहसचिव केतन देशमुख, शुभम बोरेकर, सजल बंसल सहित बड़ी संख्या में इंटर्न शामिल थे।

 

Created On :   17 Jun 2018 2:17 PM IST

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