मेट्रोमोनी साइट : अंतरराष्ट्रीय गिरोह सक्रिय, पुलिस ढूंढ रही आरोपियों को

Metromoney site: international gang active, police searching for accused
मेट्रोमोनी साइट : अंतरराष्ट्रीय गिरोह सक्रिय, पुलिस ढूंढ रही आरोपियों को
मेट्रोमोनी साइट : अंतरराष्ट्रीय गिरोह सक्रिय, पुलिस ढूंढ रही आरोपियों को

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  शादी-विवाह के लिए रिश्ते भी आॅनलाइन ढूंढे जाने लगे हैं। इसमें भी साइबर अपराधियों का िगरोह अंतरराज्यीय स्तर पर फैला हुआ है। उतर प्रदेश दो महिलाओं को ठगा गया। यह घटनाएं 17 और 30 नवंबर को होटल एयरपोर्ट सेंटर प्वाइंट, रेडिसन ब्ल्यू में हुई। उत्तर प्रदेश की दोनों महिलाओं के साथ मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के निवासी मिक्की जगजीत सिंह साहनी ने खुद को बड़ा व्यापारी बताकर दोनों महिलाओं से नकदी, हीरे-सोने के आभूषण ऐसे लाखों रुपए का माल चुरा लिया। इस मामले में आरोपी को करीब 10 दिनों में पकड़ लिया गया। नागपुर निवासी महिला से पुणे निवासी रोहित अशोक कांगारे ने डिफेंस में सिविल इंजीनियर हाेने का झांसा देकर 28 वर्षीय महिला से सगाई की और सवा तीन लाख रुपए अलग-अलग कारण बताकर ऐंठ लिए और भाग गया। अभी भी आरोपी को पुलिस तलाश कर रही है। यह मामला 10 फरवरी का है। 

उचित फैसला लें
साइबर विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे रिश्ते विश्वास से टिके होते हैं। दोनों पक्षों के लोगों ने एक-दूसरे के घर जाकर परिजनों से प्रत्यक्ष मुलाकात करनी चाहिए। क्योंकि यह जीवन भर के बंधन का सवाल है। अपने स्तर पर खोजबीन करने के बाद ही उचित फैसला लें। 

विदेश में बैठकर शहर में लूट
स्थानीय एयरपोर्ट के सहायक सुरक्षा अधिकारी प्रफुल गणवीर है। उन्हें निवेश करना था। हांगकांग में बैठे ठग ने डिजिटल करेंसी में निवेश करने का लालच देकर उन्हें तीन वेबसाइट्स की लिंक भेजी। तीनों में उन्होंने निवेश िकया। इसके बाद दो वेबसाइट बंद हो गईं। इससे उन्हें ढाई लाख रुपए का चूना लगा। यह मामला 28 जुलाई का है।

ऐसे बचें
साइबर थाने के निरीक्षक अशोक बागुल का कहना है कि ऐसे मामलों में सभी स्तर पर जांच पड़ताल करने के बाद ही अपनी पूंजी निवेश करें। जरूरत पड़ने पर संबंधित विभाग के विशेषज्ञों की भी राय लें, ताकि धोखाधड़ी से बच सकें। 

बैंक प्रबंधक बनकर फोन किया
सावरकर नगर खामला निवासी ज्योति सराफ नामक महिला को राहुल जोशी नामक व्यक्ति ने फोन िकया। राहुल का कहना था बैंक ऑफ बडोदा में वह प्रबंधक है। ज्योति का डेबिट कार्ड ब्लाक होने की बात बताकर केवाईसी अपडेट करने का झांसा दिया। झासे मंे आई ज्योति से उसका आधार कार्ड, एटीएम कार्ड का नंबर लिया। बाद में लिंक भेजकर उसे ओटीपी नंबर शेयर करने को कहा। ओटीपी नंबर शेयर करते ही उसके खाते से 50 हजार रुपए निकाल लिए गए। यह घटना 27 अक्टूबर 2020 की है। चंद्रनगर निवासी स्वप्निल विजय कावले (28) को सात लाख रुपए का लोन दिलाने का झांसा देकर 14 सितंबर से 2 नवंबर के दरमियान अलग अलग कारण बताकर उससे 2 लाख 21 हजार रुपए ऐंठ लिए गए।

पहले समझें
इस बारे में साइबर थाने के निरीक्षक अशोक बागुल का कहना है कि बैंक कभी भी अपने ग्राहकों को फोन नहीं करता।  क्योंकि खाता धारक की आवश्यक जानकारी उसकी पास बुक में ही दर्ज होती है। शंका होने पर बैंक की शाखा में प्रत्यक्ष जाकर िमले। सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारी शेयर न करें। कोई भी एेप लाउनलोड करते वक्त उसके सभी दिशा-निर्देशोें को अच्छे से पढ़ें और समझे तभी आगे की प्रक्रिया करें। साइबर विभाग द्वारा आए दिन स्कूल-कालेजों में कार्यशाला का आयाेजन कर इन अपराधों से सतर्क रहने की जानकारी दी जाती है।

Created On :   14 Dec 2020 8:50 AM GMT

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