नाबालिग की हड्डियों ने खोला राज, बिहार से 2 गिरफ्तार

Minors bones exposed, 2 arrested from Bihar
नाबालिग की हड्डियों ने खोला राज, बिहार से 2 गिरफ्तार
नाबालिग की हड्डियों ने खोला राज, बिहार से 2 गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। एमआईडीसी क्षेत्र के एक नाबालिग के हत्याकांड़ की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को बिहार से पकड़कर नागपुर लाया है। इस हत्याकांड़ के तीसरे आरोपी की मौत हो चुकी है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम चंदन उर्फ छोटा घी शिवपूजन शाह और कुणाल उर्फ कॉकरोच राजगिरी प्रसाद है। दोनों आरोपियों को करीब डेढ़ साल बाद एमआईडीसी पुलिस ने बिहार से प्रॉडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर नागपुर लाया है।  इन दोनों पर आरोप है कि, इन्होंने दिनेश उर्फ मलिंगा शंकर पासवान नामक 17 वर्षीय नाबालिग साथी की हत्या कर उसकी लाश एमआईडीसी स्थित मेट्रो रेलवे स्टेशन के पीछे पहाड़ी पर सबूत मिटाने के लिए फेंकी थी, लेकिन पुलिस डीएनए जांच कर इन आरोपियों तक पहुंच गई। 

वारदात को अंजाम देने के बाद बिहार चले गए
हत्या करने के बाद दोनों आरोपी बिहार अपने मूल गांव चले गए थे। आरोपी चंदन को आरा, जिला भोजपुर, बिहार और कुणाल को ग्राम सातपुर, जिला सारण, बिहार से गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपियों को न्यायालय ने 11 जून तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। 

आखिरकार नतीजे पर पहुंची पुलिस
पुलिस ने दिनेश के माता-पिता के डीएनए का सैंपल लिया। पश्चात हड्डियों और डीएनए सैंपल 11 जनवरी 2021 को सी.ए. कार्यालय में जांच के लिए भेजा।  5 मई 2021 को डीएनए रिपोर्ट से पता चला कि, हड्डियां मृतक दिनेश के माता-पिता के डीएनए से मैच करती हैं। पुलिस ने धारा 302, 201 बढ़ाकर जांच शुरू की। जांच में यह भी पता चला कि, दिनेश पर 11 आपराधिक मामले दर्ज थे। 

दो टीमें आरा और सारन भेजी गईं   
उपायुक्त नुरूल हसन के मार्गदर्शन में दो टीमें बनाई गईं और दर्जनों खबरियों को काम पर लगाया गया। पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि, इस मामले में आरोपी कुंदन उर्फ बड़ा घी, चंदन उर्फ छोटा घी और कुणाल उर्फ काॅकरोज ने िदनेश की हत्या की है। दिनेश को कहां से और कैसे लेकर पहाड़ी पर गए, इस बारे में पुलिस को सबकुछ पता चल चुका है। पुलिस ने आरोपी चंदन उर्फ  छोटा घी शाह और  कुणाल उर्फ काॅकरोच प्रसाद के बारे में खोजबीन की, तो पता चला कि, दोनों गायब हैं। कुंदन की कुछ समय पहले एक हादसे में मौत हो गई है।

यह है पूरा मामला
पुलिस सूत्रों के अनुसार आईसी चौक, हिंगना रोड निवासी शंकर पासवान का बेटा दिनेश उर्फ मलिंगा गत 21 दिसंबर 2019 को घर से निकला, लेकिन वापस घर नहीं लौटा। पिता शंकर की शिकायत पर एमआईडीसीस पुलिस ने 9 जनवरी  2020 को अपहरण का मामला दर्ज किया। 11 नवंबर 2020 को वरिष्ठ थानेदार का पद संभालने के बाद युवराज हांडे ने पुलिस निरीक्षक राजेश पुकले को इस मामले की जांच सौंपी। पुकले ने छानबीन शुरू की, तब  उन्हें पता चला कि, दिनेश के गायब होने के करीब 19 दिन बाद उसके गुमशुदा होने की शिकायत की गई। 

माता-पिता के डीएनए मिलान से हुआ खुलासा
दिनेश आपराधिक छवि का था, उस पर 11 मामले दर्ज थे। जांच में पुलिस को 16 व 17 जनवरी 2020 को मेट्रो स्टेशन के पीछे पहाड़ी पर खोपड़ी के टुकड़े, हड्डियों के टुकड़े, 4 दांत और कुछ कपड़े के टुकड़े मिले थे। यह टुकड़े एनाटाॅमी विभाग में भेजे गए। पश्चात मिली रिपोर्ट में कहा गया कि, हड्डियों के टुकड़े 12 से 17 वर्ष के बच्चे का हो सकते हैं। पुलिस को शंका हुई कि, यह हड्डियां गुमशुदा या अपह्त बालक दिनेश की हो सकती हैं। 

दोनों ने जुर्म कबूला
इसके बाद एमआईडीसी थाने के सहायक पुलिस निरीक्षक हत्तीगोटे दस्ते के साथ बिहार पहुंचे और  कुणाल और चंदन को स्थानीय पुलिस की मदद से दबोच लिया। दोनों अपना जुर्म कबूल कर लिया है। अपर पुलिस आयुक्त (दक्षिण प्रभाग) डाॅ. दिलीप झलके,  उपायुक्त नुरुल हसन, सहायक पुलिस आयुक्त (एमआईडीसी विभाग)  पी.एम. कार्यकर्ते के मार्गदर्शन में  वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक युवराज हांडे, सहायक पुलिस निरीक्षक रमेश हत्तीगोटे,  उप-निरीक्षक विजय नेमाड़े, सहायक पुलिस उप-निरीक्षक  सुरेंद्र तिवारी, पुलिस नायब विजय काढे, सिपाही देवेंद्र सूर्यवंशी ने कार्रवाई की।
 

Created On :   7 Jun 2021 4:51 PM IST

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