बी.कॉम के प्रश्नपत्र में फिर गलती, 60 अंकों के प्रश्न गलत

mistake in the exam paper of b.com in nagpur university
बी.कॉम के प्रश्नपत्र में फिर गलती, 60 अंकों के प्रश्न गलत
बी.कॉम के प्रश्नपत्र में फिर गलती, 60 अंकों के प्रश्न गलत

डिजिटल डेस्क,नागपुर। यूनिवर्सिटी के ग्रीष्मकालीन एग्जाम्स जारी हैं। एग्जाम में नित नई-नई गड़बड़ियां सामने आ रही हैं।  बी.कॉम अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों ने यूनिवर्सिटी द्वारा एग्जाम में पूछे गए प्रश्नों को ही गलत बताया है। 10 अप्रैल को बी.कॉम अंतिम वर्ष का फायनांशियल अकाउटेंसी विषय का पेपर था। स्टूडेंट्स के अनुसार 100 अंकों के इस प्रश्नपत्र में 60 अंकों के प्रश्न गलत थे। स्टूडेंट्स का आरोप है कि प्रश्न क्रमांक 2-क में प्रश्न में स्टॉक 6,50,000 छपा था, जबकि वहां 65,000 रुपए छपा होना चाहिए था। इसी तरह प्रश्न क्रमांक 3-क में एक कंपनी के पास महज 25 हजार शेयर होने पर भी उस कंपनी केे 40 हजार शेयर खरीदने का उल्लेख प्रश्न में किया गया, जो कि गलत है। इसी तरह प्रश्न क्रमांक 5-क में रेंट एंड टैक्स 73,270 की जगह 43,270 छपा था, जिससे बैलेंस शीट में 30 हजार रुपए का अंतर पड़ रहा था। बी.कॉम के ये प्रश्न गलत होने के कारण वे उसे हल नहीं कर पाए, ऐसा आरोप स्टूडेंट्स  ने लगाया है। 

टीचर्स ने भी जताई आपत्ति
स्टूडेंट्स का दावा है कि उन्होंने इस पेपर को अपने टीचर्स को दिखाया। उन्होंने भी इन प्रश्नों पर आपत्ति ली है। इस मामले में बुधवार को स्टूडेंट्स के प्रतिनिधिमंडल ने विवि परीक्षा नियंत्रक कार्यालय को निवेदन सौंप कर उचित निर्णय लेने की अपील की है। स्टूडेंट नागेश तेंबेकर के अनुसार यूनिवर्सिटी को बी.कॉम के स्टूडेंट्स के हितों को ध्यान में रखकर उन्हें बोनस अंक देना या फिर कोई अन्य उचित हल निकालना चाहिए। इस मामले में डॉ. खटी से संपर्क करने पर उन्होंने कहा कि बुधवार शाम तक स्टूडेंट्स का निवेदन नहीं आया। गुरुवार को वे स्टूडेंट्स की शिकायत पर विशेषज्ञों से सलाह लेंगे, इसके बाद ही इस विषय पर कुछ कहा जा सकता है।

इसके पहले भी हुई हैं प्रश्नपत्र में गड़बड़ियां
20 मार्च को बीबीए के एग्जाम में भी स्टूडेंट्स के गलत पाठ्यक्रम के प्रश्नपत्र बांटे गए थे। इसके बाद 3 अप्रैल को एमएसडब्ल्यू के एग्जाम में स्टूडेंट्स को पुराने पाठ्यक्रम के प्रश्नपत्र बांटे गए। यूनिवर्सिटी को बीबीए की एग्जाम दोबारा लेनी पड़ी थी, लेकिन इस गलती से कोई सबक न लेते हुए यूनिवर्सिटी और एग्जाम सेंटर ने पुन: वही गलती दोहराई। यूनिवर्सिटी की एग्जाम नियोजन की प्रणाली में इस तरह की खामियां स्टूडेंट्स के भविष्य के लिहाज से गंभीर प्रभाव डालती हैं। शिक्षाविदों के अनुसार यूनिवर्सिटी को परीक्षातंत्र को मजबूत करने की जरूरत है।


 

Created On :   12 April 2018 11:52 AM IST

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