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सीएम नहीं मिले तो सीढ़ियों पर बैठ गए विधायक अब्दुल सत्तार और इम्तियाज जलील

डिजिटल डेस्क, मुंबई। औरंगाबाद दंगे मामले में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात करने के लिए आए अल्पसंख्यक समाज के विधायक उस वक्त नाराज हो गए जब विधायकों ने मुख्यमंत्री को मंत्रालय में मौजूद नहीं पाया। विधायकों ने नाराजागी जताते हुए मंत्रालय की सीढ़ियों पर जमकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। दरअसल मंगलवार को मुख्यमंत्री ने अल्पसंख्यक समाज के सर्वदलीय विधायकों को दोपहर 12.30 बजे मिलने के लिए समय दिया था, लेकिन जब यह विधायक मंत्रालय पहुंचे तो मुख्यमंत्री मंत्रालय में नहीं थे। इससे नाराज विधायकों ने मंत्रालय की मुख्य इमारत के प्रवेश द्वार की सीढ़ियों पर बैठकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। औरंगाबाद के कांग्रेस विधायक अब्दुल सत्तार, एमआईएम के विधायक इम्तियाज जलील, वारिस पठान, समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी ने औरंगाबाद दंगे में लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। इसको देखते हुए पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने विधायकों की मुख्यमंत्री के निजी सहायक (पीए) से फोन पर बात करवाई।
फडणवीस से औरंगाबाद दंगे के मामले में मिलना चाहते थे अल्पसंख्यक समाज के विधायक
पीए ने विधायकों को मुख्यमंत्री से मिलने के लिए देर रात का समय दिया। जिसके बाद विधायक मंत्रालय की सीढ़ियों पर से उठने के लिए तैयार हुए। विधायकों के देर रात में मुख्यमंत्री से मुलाकात होने की संभावना है। मीडिया से बातचीत में एमआईएम के विधायक पठान ने कहा कि औरंगाबाद में हुए दंगे में शिवसेना के नेता और पुलिस कर्मी शामिल हैं। हमने मुख्यमंत्री को दिखाने के लिए सीसीटीवी फुटेज लाया है। जिसमें साफ नजर आ रहा है कि शिवसेना के नेताओं के साथ-साथ पुलिस घूम रही है। पठान ने कहा कि मुख्यमंत्री हमको बुला करके पालघर में लोकसभा उपचुनाव प्रचार के लिए चले गए हैं। मुख्यमंत्री के लिए औरंगाबाद दंगा महत्वपूर्ण है या फिर चुनाव।
एमआईएम के विधायक जलील ने कहा कि पता नहीं हमसे मुख्यमंत्री क्यों नहीं मिलना चाहते हैं। हम लोग दंगे से जुड़ा सबूत लेकर आए हैं। हम मुख्यमंत्री से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं। कांग्रेस विधायक सत्तार ने कहा कि विधायकों को बुला करके मुख्यमंत्री का मंत्रालय में आना उचित नहीं है। मुख्यमंत्री से मिलने के लिए आए विधायकों में कांग्रेस के विधायक अस्लम शेख और अमिन पटेल शामिल थे।
अल्पसंख्यक विधायकों की सरकार से मांग
- औरंगाबाद दंगे में शामिल सभी लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करके कार्रवाई की जाएं।
- दंगे की जांच सीबीआई या फिर सीआईडी से कराई जानी चाहिए।
- दंगे में मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपए दिया जाना चाहिए।
- दंगे में जख्मियों को इलाज के लिए एक-एक लाख रुपए दिया जाएं
- शहर में जिनकी दुकानें और घर जल गए हैं उनको पुनर्वसन के लिए नुकसान भरपाई मिलनी चाहिए।
Created On :   22 May 2018 7:53 PM IST