लेबर पेन से कराहती महिला को गड्ढों से पटी उबड़-खाबड़ सड़क से 60 किमी दूर भेजा

Moaning woman from labor pens sent 60 km off bumpy road
लेबर पेन से कराहती महिला को गड्ढों से पटी उबड़-खाबड़ सड़क से 60 किमी दूर भेजा
लेबर पेन से कराहती महिला को गड्ढों से पटी उबड़-खाबड़ सड़क से 60 किमी दूर भेजा

डिजिटल डेस्क, अहेरी (गड़चिरोली)।  तहसील के अतिदुर्गम क्षेत्र में बसे ग्राम जिमलगट्टा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसूति के लिए आई महिला की प्रसूति बीच में ही रोककर उसे करीब 60 किमी दूरी पर स्थित अहेरी के उपजिला अस्पताल में रेफर किए जाने का मामला उजागर हुआ है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक न होने से स्वास्थ्यकर्मी ने प्रसूति करवाने का प्रयास किया और जब वह विफल रही तो उसने महिला को उपजिला अस्पताल की ओर रवाना किया। प्रसव पीड़ा से कराहती महिला को उसी स्थिति में गड्ढों से पटी उबड़-खाबड़ सड़क से किसी तरह उपजिला अस्पताल पहुंचाया गया। गनीमत रही कि उसकी और शिशु की जान बच गई।  

डॉक्टर की अनुपस्थिति में ही शुरू कर दी प्रसूति
अहेरी तहसील मुख्यालय से 60 कि.मी. दूरी पर स्थित जिमलगट्टा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मंगलवार दोपहर 1 बजे के दौरान ग्राम रसपल्ली निवासी सरोजना राजू बुधा (26) को प्रसूति के लिए दाखिल करवाया गया था। उस समय स्वास्थ्य केंद्र में महिला स्वास्थ्यकर्मी ही उपस्थित थी। रात्रि के समय जब सरोजना को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई तो महिला स्वास्थ्य कर्मी ने डाक्टर की अनुपस्थिति में ही उसकी प्रसूति के प्रयास शुरू कर दिए। किंतु वह प्रसूति नहीं करवा पाई और आधे उपचार के बीच ही रात 10 बजे अस्पताल वाहन से सरोजना को अहेरी उपजिला अस्पताल में रेफर कर दिया। उबड़-खाबड़ सड़क से होते हुए वाहन अहेरी के उपजिला अस्पताल पहुंचा जिसके बाद महिला की प्रसूति पूर्ण करवाई गई। फिलहाल माता और शिशु स्वस्थ्य हैं, लेकिन इस घटना से लोगों में रोष व्याप्त है। 

कभी खटिया तो कभी नदी पार करके गर्भवती पहुंच पाती हैं अस्पताल
आदिवासी बहुल गड़चिरोली जिले में स्वास्थ्य सुविधाएं न होने से बीमारों और गर्भवतियों को सर्वाधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। समय पर उपचार न मिलने के कारण अनेक लोग दम तोड़ चुके हैं। प्रसव पीड़ा से कराहती गर्भवतियों को कभी खटिया पर लेटाकर, कभी नदी पार करवाकर, कभी उबड़-खाबड़ सड़कों से बैलगाड़ी पर बैठाकर अस्पतालों में पहुंचाने के अनेक मामले समय-समय पर उजागर होते रहे हैं फिर भी यहां के हालात जस के तस बने हुए हैं।

स्वास्थ्यकर्मी लोगों की जान बचाने के लिए ही अपनी सेवा दे रहे हैं। इस मामले में कोई गंभीर समस्या बनी होगी। तभी ऐसे हालात में महिला को रेफर करने की नौबत आई। फिलहाल मुझे कोई जानकारी नहीं है। किंतु मामले की जांच की जाएगी। 
- डाॅ. शशिकांत शंभरकर, जिला स्वास्थ्य अधिकारी, गड़चिरोली
 

Created On :   22 Oct 2020 4:11 PM IST

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