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मोदी सरकार की नीति और काम दोनों विभाजनकारी और विध्वंसक : पवार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रमुख शरद पवार ने भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि इस समय देश सांप्रदायिक राजनीति के चंगुल में फंसा हुआ है। मोदी सरकार की नीति और कार्य दोनों विभाजनकारी और विध्वंसक है। इससे देश को खतरा पैदा हो गया है। मंगलवार से यहां शुरु पार्टी का 7वां राष्ट्रीय अधिवेशन आज संपन्न हुआ। अपने अध्यक्षीय भाषण में उन्होने एनडीए सरकार के चार साल के कार्यकाल की कई खामियों को गिनाते हुए कहा कि स्वंतत्र भारत के इतिहास में मोदी सरकार सबसे ज्यादा किसान विरोधी सरकार रही है। सरकार ने किसानों को फसलों के मूल्य में उत्पादन लागत पर 1.5 प्रतिशत वृद्धि करने का दावा किया है, लेकिन यह दावा किसी छलावा के सिवाय कुछ नही है। उन्होने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने केन्द्र सरकार को एमएसपी की संस्तुति की थी, लेकिन मोदी सरकार ने इसे अस्वीकार कर दिया है।
पवार ने कहा कि मोदी सरकार यह बार-बार कहती रही है कि उन्होने मनरेगा के बजट में काफी वृद्धि की है, लेकिन सच तो यह है कि सरकार इस योजना को ही सुनियोजित तरीके से समाप्त करने प्रयास में है। नोटबंदी और जीएसटी को कार्यान्वित करने का जल्दबाजी में लिया गया फैसला बताते हुए कहा कि इससे अर्थव्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। दो व र्ष पहले अर्थव्यवस्था 8 प्रतिशत की दर से आगे बढ रही थी, सुदृढ थी। इसमें सुधार की नही बल्कि इसे यथावत रखने की जरुरत थी, लेकिन सरकार ने बेतरतीब तरीके से यह योजनाएं लागू की।
उन्होंने कहा कि इस स्थिति को और ज्यादा दिन तक चलने नही देंगे। एक ऐसे देश का भविष्य क्या होगा जहां भय का माहौल और बेरोजगारी हो। किसान और मजदूरों को जानबूझकर गरीब बनाया जा रहा है और मुठ्ठीभर लोगों की भलाई के लिए अर्थव्यवस्था में हेरफेर किया जा रहा हो। उन्होने इस दौरान भय, संप्रदायवाद और अवसरवाद के इस साम्राज्य को खत्म करने के लिए मिलकर लड़ने की अपील की। अधिवेशन में शरद पवार को औपचारिक तौर पर फिर से पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया।
कांग्रेस अध्यक्ष नही होंगे पीएम के दावेदार
राकांपा प्रमुख शरद पवार ने एक सवाल के जवाब में कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी प्रधानमंत्री पद के दावेदार नही होंगे। पवार ने कहा कि मै इस बात से खुश हूं कि राहुल गांधी ने स्वयं को इस पद की दौड से अलग रखा। हालांकि पवार ने महाराष्ट्र में दो दिन पहले ही एक बयान में कहा था कि महागठबंधन का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार चुनाव के बाद घोषित होगा। जिस पार्टी की ज्यादा सीटे जीतकर आएगी, उसी दल का नेता प्रधानमंत्री पद का दावेदार होगा। पवार के इस बयान के मायने निकाले जाए तो राहुल को छोडकर कांग्रेस का कोई भी चेहरा प्रधानमंत्री पद का दावेदार हो सकता है।
Created On :   29 Aug 2018 8:49 PM IST