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मानसून सत्र : दिवंगत नेताओं,गोलीकांड में मृत किसानोंं को श्रंद्धाजलि के बाद कार्यवाही स्थगित

डिजिटल डेस्क,भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो गया। सत्र की शुरूआत राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम के साथ हुई। इसके बाद 6 जून को मंदसौर में किसान आंदोलन में पुलिस की गोलीबारी में मारे गए किसानों,केंद्रीय राज्य मंत्री अनिल माधव दवे, विधायक प्रेम सिंह, पूर्व सांसद फतेह भानु सिंह चौहान, पूर्व विधायकगण सत्यनारायण अग्रवाल, नारायण सिंह पवार, पंजाब के पूर्व डीजीपी केपीएस गिल, बालाघाट जिले के ग्राम खैरी में पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट में मृत व्यक्तियों तथा कश्मीर के अनंतनाग में अमरनाथ यात्रियों की बस पर हुये आतंकी हमले में मृत व्यक्तियों को दो मिनट खड़े होकर श्रद्धांजलि दी गई।इसके बाद कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया।
सत्र के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान दुर्भाग्यपूर्ण हिंसा में अपने भाईयों को हमने गंवाया है। मेरे सीने में भी वह पीड़ा और दर्द है कि जो मिटाये नहीं मिटती। हम पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हैं। वहीं कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने कहा कि 6 जून को मंदसौर में जो घटना घटी है उससे हम लोग काफी दुखी हैं, और जो कुछ हुआ है वह कभी भी हमारे मन से बाहर नहीं जा सकेगा। इसी के साथ-साथ 7 जून को बालाघाट में मेरे विधानसभा क्षेत्र के खैरी में फटाखा बनाने की दुकान में मानवीय त्रुटि से 26 लोग दिवंगत हो गए, उन दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए वे प्रार्थना करना चाहते हैं।
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि मंदसौर के पिपल्यामंडी में जो अपरिहार्य कारणों से हमारे किसानों की मृत्यु हुई है उसके लिए भी पूरे देश में एक वातावरण निर्मित हुआ है। हमारे प्रांत में ऐसी घटना हो यह अच्छी बात नहीं है। पिछले एक-डेढ़ महीने में मप्र में अनेक किसान भाईयों ने आत्महत्या की उसके लिए भी हम शोक व्यक्त करते हैं।
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने दिवंगत केंद्रीय राज्य मंत्री अनिल माधव दवे के बारे में कहा कि अनिल माधव दवे एक बहुत अच्छे लेखक भी थे। उन्हें यह बताने में प्रसन्नता है कि जब-जब दवे जी ने अपनी नई किताब लिखी है वह एक लिफाफे में रखकर मेरे निवास पर भेज देते थे। यह एक छोटा सा उदाहरण है कि कैसे राजनैतिक समाज में दवे हरदम लोकप्रिय रहे।
Created On :   17 July 2017 3:15 PM IST