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जंगल से सटे गांवों के आस-पास घूम रहे 2 से ज्यादा बाघ

डिजिटल डेस्क, नागपुर। उमरेड-करांडला के जंगल से निकलकर बाघ इन दिनों गांवों के आसपास दिखाई दे रहे हैं। इससे ग्रामीणों में दहशत है, दूसरी तरफ वन विभाग भी इससे परेशान है। सूत्रों की मानें तो उत्तर उमरेड से लेकर बुटीबोरी वन परिक्षेत्र अंतर्गत 2 से ज्यादा बाघों की मौजूदगी है, जो आए दिन पालतू मवेशियों का शिकार कर रहे हैं। इन बाघों की उम्र करीब 2 साल है। अनुमान लगाया जा रहा है कि ये बाघ ‘फेरी’ नाम बाघिन के शावक हो सकते हैं, क्योंकि बाघिन इन दिनों अकेले दिखाई दे रही है।
छोटा है जंगल क्षेत्र : नागपुर का उमरेड करांडला जंगल क्षेत्र बहुत बड़ा नहीं है, लेकिन यहां बाघों की संख्या ज्यादा है। इसका मुख्य कारण यहां की तीन बाघिन हैं। कभी यहां 1 बाघ व 3 बाघिन ही देखने को मिलते थे। बीच-बीच में ब्रह्मपुरी से भटकते हुए बाघ यहां आते रहते थे। यहां सैलानियों को बहुत कम बाघ देखने को मिलते थे, लेकिन अब स्थिति बदल गई है। यहां मौजूद बाघिन ‘फेरी’ के 5 शावक हैं, जबकि कॉलरवाली बाघिन और ‘शाडो’ नामक बाघिन के 3-3 शावक हैं। सूर्या व एन-4 नाम के दो बाघ भी हैं, जिससे यहां घूमने आने वालों को बाघिन के साथ उनके शावक आसानी से देखने को मिल रहे हैं। कारांडला में सबसे ज्यादा ‘फेरी’ व उसके 5 शावक सैलानियों के लिए आकर्षण का केन्द्र रहते हैं।
फेरी के 3 शावक दिखाई नहीं दे रहे : उमरेड-करांडला में कुछ महीनों तक फेरी व उसके 3 शावक (3 मेल, 2 फीमेल) हर किसी को आकर्षित कर रहे थे। अभी सैलानियों को 3 मेल शावक दिखाई नहीं दे रहे हैं। इधर विगत 15 दिन पहले बुटीबोरी में देखे जाने वाले बाघ 2 साल के बताए जा रहे हैं। हाल ही में उमरेड रोड पर कोलार गांव में 5 मवेशियों को मारने के बाद दूसरे दिन मांगली हेटी गांव में एक मवेशी को मारने वाले बाघ की उम्र भी 2 साल की बताई जा रही है। ऐसे में यह फेरी के ही शावक हो सकते हैं, ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है।
चार ट्रैप कैमरे लगाए गए : मांगली हेटी में बुधवार की दोपहर को एक मवेशी को मारकर जंगल में खीचकर ले जाने वाले बाघ के बारे में पता करने के लिए गुरुवार को टीम घटनास्थल पर पहुंची थी। यहां बाघ द्वारा खाये हुए मवेशी का आधा शरीर ही दिखाई दिया। बाघ दिखाई नहीं देने से वन विभाग ने चार ट्रैप कैमरे यहां लगाए हैं।
Created On :   25 Nov 2022 9:50 AM IST