महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा एड्स रोगी, दूसरे नंबर पर आन्ध्र प्रदेश

Most AIDS patients from Maharashtra, Andhra Pradesh is second
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा एड्स रोगी, दूसरे नंबर पर आन्ध्र प्रदेश
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा एड्स रोगी, दूसरे नंबर पर आन्ध्र प्रदेश

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अजीत कुमार। सरकार ने दावा किया है कि देश में चलाए गए जन जागरूकता अभियानों के चलते एचआईवी/एड्स का प्रसार रोकने में कामयाबी मिल रही है। हालांकि इस कामयाबी की सच्चाई यह है कि पिछले तीन वर्ष के दौरान एड्स के रोगियों की संख्या में मामूली गिरावट ही दर्ज हुई है। एचआईवी पीड़ित लोगों के मामले में महाराष्ट्र इस समय देश में टॉप पर है।

एड्स के नए हॉट स्पॉट हैं मेघालय-मिजोरम
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने बताया कि राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम (एनएसीपी) के प्रभावी कार्यान्वयन का असर दिखने लगा है। वर्ष 2015 में जहां देश में एचआईवी ग्रस्त लोगों की कुल संख्या 21 लाख 16 हजार 581 थी। तो वर्ष 2016 में यह घटकर 21 लाख 10 हजार हो गई। इसी प्रकार वर्ष 2017 में एचआईवी ग्रस्त लोगों की तादाद घटकर 21 लाख 6 हजार पर पहुंच गई है। मतलब पिछले साल के मुकाबले रोगियों की संख्या में सिर्फ चार हजार की कमी आई है।

प्रोजेक्ट सनराइज की शुरूआत
नड्डा ने बताया कि देश में मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा एचआईवी फैलाने वाले नए हॉट स्पॉट उभरे हैं। इसका प्रमुख कारण सूई से नशा करने वाले और असुरक्षित यौन संबंध बनाने वाले लोगों का उच्च जोखिम वाला व्यवहार है। ऐसे में सरकार ने एड्स महामारी को रोकने के लिए पूर्वोत्तर राज्यों के लिए प्रोजेक्ट सनराइज की शुरूआत की है और वर्ष 2017 से 2024 के लिए एड्स व एसटीआई के लिए 7 वर्षीय रणनीतिक योजना तैयार की है।

महाराष्ट्र के 2,39,014 लोग हैं एचआईवी ग्रस्त
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक दिसंबर 2017 तक देश में एंटी रेट्रोवायरयल थेरापी (एआरटी) कराने वाले एचआईवी ग्रस्त लोगों (पीएलएचआईवी) की कुल संख्या 11,81,125 है। इस मामले में सबसे खराब स्थिति महाराष्ट्र और दक्षिण के बड़े राज्यों की है। महाराष्ट्र में ऐसे लोगों की संख्या सर्वाधिक 2,39,014 रही है। 1,72,666 के साथ आन्ध्रप्रदेश देश में नंबर दो पर है तो 1,52,841 के साथ कर्नाटक तीसरे पायदान पर है। तमिलनाडू में एआटी वाले एचआईवी ग्रस्त लोगों की संख्या 1,11,506 है तो सबसे बड़े प्रांंत उत्तरप्रदेश में ऐसे रोगियों की संख्या सिर्फ 65 हजार है।

2017 में प्रदेश में मिले 28,749 नए रोगी
जहां तक वर्ष 2017 में एचआईवी पॉजिटिव पाए जाने वाले नए लोगों का सवाल है तो इस मामले में भी महाराष्ट्र देश में टॉप पर रहा है। जगत प्रकाश नड्डा ने बताया कि वर्ष 2017 में एक लाख 91 हजार 493 नए लोग एचआईवी पॉजिटिव चिन्हित किए गए हैं। इनमें से अकेले महाराष्ट्र में ऐसे लोगों की संख्या 28,749 रही है। इस मामले में भी आन्ध्रप्रदेश 24,580 मामले के साथ देश में नंबर दो पर है तो कर्नाटक 20,035 नए मामले के साथ तीसरे स्थान पर हे। इस वर्ष मध्यप्रदेश में एड्स के केवल 4981 मामले सामने आए हैं।

Created On :   9 Feb 2018 9:04 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story