बेटे के शव को सीने से चिपकाए मां पहुंची मर्चुरी, तालाब में डूबे किशोर का बाइक पर ले गए शव

mother has come in mortuary house with her son dead body in satna
बेटे के शव को सीने से चिपकाए मां पहुंची मर्चुरी, तालाब में डूबे किशोर का बाइक पर ले गए शव
बेटे के शव को सीने से चिपकाए मां पहुंची मर्चुरी, तालाब में डूबे किशोर का बाइक पर ले गए शव

डिजिटल डेस्क, सतना। एक मां का लाल चला गया मगर पुलिस उसके शव को मर्चुरी तक पहुंचाने के लिए एक अदद शव वाहन भी मयस्सर नहीं करा पाई। वह बेचारी अपने कलेजे के टुकड़े को सीने से लगाए पैदल ही मर्चुरी के लिए चल पड़ी, बाजू से पुलिस की गाड़ी चलती रही मगर किसी ने उसे वाहन में बिठाने की जहमत तक नहीं उठाई।

क्या है पूरा मामला
हुआ यूं कि मानिकपुर निवासी कमलेश कुमारी जिस वक्त अपने ढाई वर्षीय बेटे विजय बसोर, बड़ी बेटी, एक छोटा एवं सास के साथ रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक-दो पर सो रही थी कि थोड़ी देर बाद विजय अचानक गायब हो गया। काफी खोजने के बाद जब बेटा नहीं मिला तो सास और बहू दोनों ने थाने में जाकर रिपोर्ट दर्ज कराने की कोशिश की मगर रिपोर्ट दर्ज करने के बजाय दोनों को स्वयं बच्चा खोजने की नसीहत दे दी गई। दूसरे दिन बच्चे की लाश शासकीय कन्या महाविद्यालय के नजदीक नाली में मिला। जानकारी मिलते ही सिटी कोतवाली भी मौके पर पहुंच गई।

शव का किया गया पीएम
सिटी कोतवाली पुलिस ने शव का पंचनामा बनाया और लाश को पोस्टमार्टम के लिए मर्चुरी ले चलने को कहा। इस बीच पुलिस ने शव वाहन की व्यवस्था करने की जहमत नहीं उठाई। गरीब, दुखी और लाचार मां के आगे मजबूरी यह थी कि वह कलेजे के टुकड़े के शव को सीने से चिपकाकर पैदल ही जिला अस्पताल परिसर स्थित मर्चुरी के लिए चल दी। बेटे की लाश गोद में लिए एक मां को जिसने भी देखा उसका कलेजा हिल गया मगर पुलिसकर्मी अपने सरकारी वाहन में उसके बाजू से चलते रहे। बाद में पोस्टमार्टम कर शव मां के हवाले कर दिया गया।

आधा किलोमीटर दूर कैसे पहुंचा मासूम
मां का कहना है कि उसका बेटा चलना नहीं जानता था केवल वह घुटनों के बल रेंगता था। मां ने बेटे के हत्या का आरोप लगाया है। मां ने सवाल उठाया कि बेटा अपने आप प्लेटफार्म से उठकर कॉलेज के पास कैसे पहुंच जाएगा। मां अपनी सास के साथ ट्रेनों में साफ-सफाई कर यात्रियों से मिलने वाले पैसों पर आश्रित हैं ऐसे में लाख टके का सवाल यह उठता है कि आखिरकार उससे किसकी दुश्मनी हो सकती है जिसके कारण उसके बच्चे की जान तक ले ली जाए।

तालाब में डूबा किशोर- बाइक पर घर ले गए शव
रामनगर थाना अंतर्गत पगरापार निवासी किशोर की तालाब में डूबने से मौत हो गई थी, जिसका शव पोस्टमार्टम के लिए परिजन द्वारा बाइक से घर ले जाया गया। जबकि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में वाहन उपलब्ध है। इस घटना ने एक बार फिर प्रशासनिक संवेदनहीनता को उजागर कर दिया है। जानकारी के मुताबिक रविवार दोपहर को सुनील बुनकर पुत्र बुद्धम 15 वर्ष तालाब में नहाते समय डूब गया था, जिसे किसी तरह बाहर निकालकर परिजन आनन-फानन अस्पताल ले गए जहां डॉक्टर ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। तब मर्ग-पंचनामा कर पुुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। जिसके बाद मर्चुरी से करीब ढाई किलोमीटर दूर स्थित घर जाने के लिए मृतक के परिजन ने शव वाहन के संबंध में पता किया तो ज्ञात हुआ कि 350 रूपए की रसीद कटवाने के अलावा 6 रूपए प्रति किलोमीटर की दूर से भुगतान करना पड़ेगा। यह बात सुनते ही परिजन ने शव को बाइक पर रखा और रवाना हो गए। उधर इस संबंध में बीएमओ समेत किसी अधिकारी का पक्ष प्राप्त नहीं हो सका।

Created On :   10 Sep 2018 8:39 AM GMT

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