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रेप पर मध्यप्रदेश के गृहमंत्री बोले- एमपी पुलिस की विश्वसनीयता विदेशों में भी

डिजिटल डेस्क, भोपाल। भोपाल का गैंगरेप मामला विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन भी सदन में गूंजा। शुक्रवार को सदन में नियम 130 के तहत सामान्य चर्चा हुई। इस पर चली चर्चा के जवाब में राज्य के गृह मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने एक अलग ही बयान दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिला अपराधों को रोकने के लिए सरकार हरसंभव उपाय कर रही है और गृह मंत्री मध्यप्रदेश पुलिस की विश्वसनीयता देश ही नहीं, विदेशों में भी है। आपको बता दें कि जहां एक ओर गृह मंत्री भूपेन्द्र सिंह एमपी पुलिस की तारीफ करते हुए नहीं थक रहे हैं वहीं दूसरी ओर एनसीआरबी की हाल ही जारी की गई रिपोर्ट में रेप के मामले में राज्य को NO-1 बताया गया है।
क्या कहा गृह मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने
गृह मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि मध्यप्रदेश पुलिस की विश्वसनीयता देश ही नहीं, विदेशों में भी है। सिंहस्थ में उनके द्वारा की गई क्राउड मैनेजमेंट को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज किया गया है। जेल तोडऩे वाले कुख्यात अपराधियों को 8 घंटे में एनकाउंटर किया गया। शाजापुर ट्रेन ब्लास्ट के आरोपियों का 4 घंटे में गिरफ्तार किया गया। पुलिस की इनपुट के आधार पर लखनऊ में एक आतंकी मारा गया। आतंकियों द्वारा संचालित टेलीफोन एक्सचेंज का पर्दाफाश किया गया, जो अंतर्राष्ट्रीय कॉलों को राष्ट्रीय कॉलों में कनवर्ट करता था। साइबर क्राइम को रोकने के लिए साइबर सेल को सशक्त किया गया है। उन्होंने बताया कि 611 सूबेदार और 14 हजार 88 आरक्षकों सहित अन्य पदों पर भर्ती की जा रही है।
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गृह मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने दुष्कर्म की घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सरकार कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है और देश में पहला राज्य मध्यप्रदेश है, जहां जिला-स्तर पर महिला उप पुलिस अधीक्षक की पद-स्थापना की गई है। जून-2012 में महिला अपराध शाखा गठित कर दी गई है। उन्होंने बताया कि वर्ष 1993 की तुलना में दुष्कर्म के मामलों में लगातार कमी आई है।
गृह मंत्री ने बताया कि संवेदनशील स्थानों पर CCTV कैमरे लगाए जा रहे हैं। भोपाल में अभी तक 750 स्थानों पर लगाए जा चुके हैं। प्रदेश के 61 शहरों में CCTV कैमरे लगाने की योजना है। इनमें से 11 शहरों में यह कार्य पूर्ण हो चुका है। अपराधों पर त्वरित कार्यवाही करने के लिए डॉयल-100 सेवा शुरू की गई है। इसमें अभी 1000 गाड़ियां हैं और इनमें 500 गाड़ी और जोड़ी जाएंगी।
उन्होंने एनसीआरबी द्वारा जारी आंकड़ों का जिक्र करते हुए कहा कि महिलाओं के विरुद्ध अपराधों के मामले में लगातार कमी आई है। पहले जहां वर्ष 1993 से 2003 के बीच प्रदेश एक नम्बर पर था, वहीं अब लगातार प्रयासों के कारण आठवें नम्बर पर है।
NCRB की रिपोर्ट
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ने गुरुवार को साल 2016 में हुए अपराध के आंकड़ें जारी किए थे। आपराधिक घटनाओं के मामले में यूपी को देश भर में अव्वल बताया गया था, वहीं मध्यप्रदेश को इसमें दूसरा स्थान दिया गया था। यही नहीं रिपोर्ट में यह भी बताया गया था कि साल 2016 में देशभर में सबसे ज्यादा रेप के मामले मध्यप्रदेश में दर्ज किए गए हैं। साल 2016 में मध्यप्रदेश में कुल 26,604 महिलाओं के विरूद्ध अपराध दर्ज हुए, इसमें 4882 मामले रेप के थे। राज्य में रेप का यह आंकड़ा देशभर में सबसे ज्यादा है।
Created On :   1 Dec 2017 7:28 PM IST