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एंटीलिया केस में महाराष्ट्र सरकार की बड़ी कार्रवाई, मुंबई के पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह का तबादला
By - Bhaskar Hindi |17 March 2021 11:08 PM GMT
एंटीलिया केस में महाराष्ट्र सरकार की बड़ी कार्रवाई, मुंबई के पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह का तबादला
डिजिटल डेस्क, मुंबई। एंटीलिया केस में महाराष्ट्र सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। सरकार ने बुधवार को मुंबई के पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह का तबादला कर दिया। उनकी जगह वर्तमान पुलिस महानिदेशक हेमंत नागराले को मुंबई पुलिस आयुक्त बनाया है। वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रजनीश शेठ को डीजीपी की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि परमबीर सिंह को होमगार्ड के प्रमुख के रूप में तैनात किया जाएगा। बता दें कि उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटकों से भरी कार बरामद होने के मामले में मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वझे की गिरफ्तारी के बाद से ही परमबीर सिंह पर तबादले की तलवार लटक रही थी।
हेमंत नागराले 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी
- मुंबई पुलिस के नए कमिश्नर हेमंत नागराले 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं।
- चंद्रपुर जिले के भद्रावती में स्थित जिला परिषद स्कूल में उन्होंने छठीं कक्षा तक पढ़ाई की।
- इसके बाद आगे की शिक्षा नागपुर के नागपुर के पटवर्धन हाईस्कूल में हुई।
- नागपुर के ही वीआरसीई जिसे मौजूदा समय में वीएनआईटी के नाम से जाना जाता है वहां से बीई (मैकेनिकल) की डिग्री हासिल की।
- मुंबई स्थित जेबीआईएमएस से उन्होंने फाइनांस मैनेजमेंट में मास्टर्स की डिग्री हासिल की।
- प्रेसिडेंट पुलिस मेडल, विशेष सेवा पदक, आंतरिक सुरक्षा पदक से सम्मानित किए जा चुके नागराले की पहली नियुक्ति साल 1989-92 में चंद्रपुर के राजुरा के एएसपी के तौर पर हुई थी।
पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव सरकार पर निशाना साधा
- फडणवीस ने कहा, सचिन वाजे छोटे मोहरा है, असली खेल कोई और खेल रहा है।
- सचिन वाजे को ऑपरेट करने वाले उनके आका कौन हैं उन्हें ढूंढ कर निकलना होगा।
- एंटीलिया के पास जिलेटिन रखने का मकसद और मंशा जाननी चाहिए।
- 2019 के अंत मे शिवसेना की सरकार बनते ही सचिन वाजे को वापस लाया गया।
- मुंबई का सबसे महत्वपूर्ण पद क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट का हेड भी उन्हें दिया गया।
- मुम्बई के सभी हाई प्रोफाइल केस सीआईओ के पास ही आता था।
- ऋतिक रोशन, बादशाह रैपर वाला केस भी इन्हीं के पास आया था।
- वाजे वसूली अधिकारी के रूप में बैठाए गए थे।
- डांस बार चलाने की छूट से लेकर सभी काम वाजे के पास था।
- आज इतने सबूत नहीं होते तो शिवसेना उनको साधु बता रही होती।
Created On :   17 March 2021 1:46 PM GMT
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