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चुनाव और स्थगन के बीच फंसी नगर पालिकाएं

डिजिटल डेस्क,अमरावती। जिले की 11 नगरपालिकाओं में फरवरी की शुरुआत में प्रशासक राज शुरू हो चुका था। इन सभी 11 नगरपालिकाओं में प्रभाग रचना की प्रक्रिया भी पूरी हो चली थी। अमरावती मनपा व जिप से पहले यहां चुनाव कराए जाने थे। इस कारण निर्वाचन आयोग की ओर से इन संस्थाओं को दी जाने वाली किसी भी प्रकार की निधि पर रोक लगा दी गई थी, लेकिन अब चुनाव लंबी अवधि के लिए स्थगित कर दिए गए हैं। इस कारण इस वर्ष संस्थाएं वार्षिक तौर पर प्राप्त होनेवाली निधि और मौजूदा विकास कार्यों को पूरा करने को लेकर अस्मंजस में फंसी दिखाई दे रहीं हैं।
जिले की सभी नगरपालिकाओं को 31 मार्च से पहले 15वें वित्त आयोग की अंतिम किश्त के तहत स्थानीय विकास कार्यों व जनसंख्या के अनुसार 13 करोड़ से लेकर 17 करोड़ तक की निधि उपलब्ध कराई जानी थी। जिससे जलापूर्ति योजना के साथ ही विद्युत से जुड़े कार्यों काे पूरा किया जाना था, लेकिन निर्वाचन आयोग और राज्य सरकार द्वारा चुनावों को लेकर अलग-अलग भूमिका अपनाए जाने से न ही निधि मिल पा रही है और न ही प्रस्तावित कार्य शुरू हो पा रहे है। जिसका असर स्थानीय नागरिकों के साथ ही इन संस्थाओं पर आर्थिक तौर पर दिखाई दे रहा है।
जिले में अंजनगांव सुर्जी, अचलपुर, दर्यापुर, चांदुर बाजार, चिखलदरा, मोर्शी, वरुड़, धामणगांव, चांदुर रेलवे, शेंदुरजनाघाट नगरपालिकाओं का कार्यकाल 11 फरवरी को समाप्त हुआ था। इन सभी संस्थाओं ने मुख्य अधिकारियों को बतौर प्रशासक नियुक्ति दी गई है। प्रशसक नियुक्ति के कारण इन 11 नगरपालिकाओं में प्रस्तावित 27 करोड़ 86 लाख के काम प्रभावित होने की जानकारी है। प्रशासकों द्वारा निर्वाचन आयोग से चुनाव में विलंब होने के कारण विकास कार्यों से जुड़ी निधि के उपयोग पर लगाई गई रोक हटाए जाने का आह्वान किया गया है।
Created On :   16 March 2022 2:44 PM IST