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रेमडेसिविर इंजेक्शन की खरीदी पर मनपा ने खर्च किए सिर्फ 18 लाख

डिजिटल डेस्क, नागपुर। इस साल कोरोनाकाल में मनपा काे एसडीआरएफ के तहत 15 करोड़ 88 लाख 79 हजार 113 रुपए की निधि मिली, लेकिन कोरोना पीड़ितों को रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं मिल पा रहे थे। लोगों में इंजेक्शन के लिए अफरा-तफरी मची थी। मनपा के स्वास्थ्य विभाग ने इस साल 18 लाख 46 हजार 950 रुपए के रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीदे। इस साल एक भी वेंटिलेटर नहीं खरीदने का खुलासा आरटीआई में हुआ है।
आरटीआई एक्टिविस्ट अभय कोलारकर को "सूचना का अधिकार" में मिली जानकारी के अनुसार मनपा को कोरोना से लड़ने के लिए इस साल सबसे ज्यादा निधि मिली। वर्ष 2019-20 में 5 लाख, 2020-21 में 9 करोड़ 73 लाख व 2021-22 में 15 करोड़ 88 लाख 79 हजार 113 रुपए की निधि एसडीआरएफ के तहत मिली। मनपा के पास भारी-भरकम निधि होने के बावजूद रेमडेसिविर इंजेक्शन की खरीदी पर केवल 18 लाख 46 हजार 950 रुपए ही खर्च हुए। यानी मनपा भी रेमडेसिविर के लिए तरस रही थी। केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी के प्रयासों से इसका उत्पादन वर्धा में शुरू किया गया।
वर्धा से इंजेक्शन का उत्पादन हाेने के बाद जिले में इसका वितरण जिलाधीश के मार्फत होने लगा। जिन अस्पतालों को 50 इंजेक्शन चाहिए थे, उन्हें केवल 20-30 ही वितरित हो रहे थे। कोराना का ग्राफ गिरते ही अब इस इंजेक्शन की मांग भी गिर गई है। आरटीआई में खुलासा हुआ कि मनपा के पास निधि तो बहुत थी, लेकिन मनपा स्वास्थ्य विभाग ने इस साल एक भी वेंटिलेटर नहीं खरीदा
Created On :   18 Jun 2021 2:55 PM IST