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संगीत की सरहदें नहीं होतीं : सुखविंदर सिंह

डिजिटल डेस्क, नागपुर। संगीत की सरहदें नहीं होती हैं। संगीत भी परिंदे की तरह है, जिसे कोई सरहद नहीं रोक सकती है। संगीत ऐसी संस्कृति है, जिसकी वजह से कई चीजें आसान हो जाती हैं। संगीत न केवल मोटिवेट करता है, बल्कि संगीत आत्मा को भी भावविभोर कर देता है। उक्त विचार गायक चक दे इंडिया फेम बॉलीवुड सिंगर सुखविंदर सिंह ने प्रेस क्लब में व्यक्त किए। गुरुवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नागपुर उनका पसंदीदा शहर है। उन्हें नागपुर की संस्कृति और लोग बहुत भाते हैं। नेपोटिज्म के सवाल पर उन्होंने कहा कि मेरे साथ तो कभी नेपोटिज्म नहीं हुआ। इस पर ज्यादा कुछ तो नहीं कहना चाहता हूं।
मेरे लिए संगीत ही सब कुछ है : सुखविंदर सिंह ने कहा कि संगीत ही उनके लिए सब कुछ है। रियलिटी शो के सवाल पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह बगिया फूलों से भरा हो, तो उसकी सुंदरता बढ़ती है, उसी तरह नए गायक भी हैं। रियलिटी शोज प्लेटफॉर्म बेहतरीन है, लेकिन बहुत कम लोग ही होते हैं, जो सब के दिल में जगह बना पाते हैं। भारतीय शास्त्रीय संगीत की अलग ऑडियंस है।
सादा जीवन उच्च विचार हो : उन्होंने कहा कि हमेशा सादा जीवन और उच्च विचार रखता हूं। कभी भी अपनी कामयाबी पर घमंड नहीं किया और न करूंगा। मुझे ए. आर. रहमान ने लांच किया है। अपने सीनियर्स से बहुत कुछ सीखने को मिला है। किसी भी राज्य का फोक संगीत में चार्म जरूर होता है। आस्कर अवॉर्ड के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारे देश के समारोह इंटरनेशनल से कम नहीं हैं।
Created On :   17 Dec 2021 4:22 PM IST