VIDEO : नहर की दीवार ढहने से पुणे शहर में घुसा पानी, सड़कें हुईं लबालब

Mutha river wall collapsed in Pune, water entered in houses and traffic stopped
VIDEO : नहर की दीवार ढहने से पुणे शहर में घुसा पानी, सड़कें हुईं लबालब
VIDEO : नहर की दीवार ढहने से पुणे शहर में घुसा पानी, सड़कें हुईं लबालब

डिजिटल डेस्क, पुणे। मुठा नदी की नहर की दीवार टूटने से दांडेकर पुल और आसपास इलाके में पानी भर गया। घरों में पानी घुसने के कारण सैंकड़ों लोग परेशान हो गए। गुरूवार सुबह करीब सवा ग्यारह बजे नहर की दीवार ढह गई, जिस कारण पानी रफ्तार से सड़क पर गया। खड़कवासला बांध से नहर में पानी छोड़ा जाता है। जिसका दबाव बढ़ते ही आस पास के लोगों ने सिंचाई विभाग को सूचित किया। विभाग ने पानी रोक दिया। लेकिन तब तक सड़क और कई आशियाने पानी की जद में आ गए। 

सड़क पर पानी आने के कारण यातायात ठप हो गया। गैरेज, दुकाने, घरों में पानी घुस गया। शुरू में लोगों ने घरों से पानी बाहर फेंका, लेकिन जब रफ्तार से पानी बहने लगा, तब अपनी जान बचाने के लिए लोग इधर-उधर भागे। जहां देखो वहां पानी ही नजर आ रहा था। पुलिस और दमकल विभाग के जवानों ने फंसे हुए लोगों को सही सलामत बाहर निकाला। महानगरपालिका के अधिकारी भी घटनास्थल पहुंचे।  

घटना की जानकारी मिलने के बाद महापौर मुक्ता तिलक घटनास्थल पहुंची। उस समय लोगों ने उन्हें घेर लिया। स्थिति तनावपूर्ण बन गई। महापौर जैसे तैसे वहां से चली गईं। प्रतिक्रिया देते हुए उन्हाेंने कहा कि नहर की जर्जर दीवार को लेकर मनपा प्रशासन ने कई बार सिंचाई विभाग को बताया था, लेकिन किस ने काम नहीं किया, इस बारे में बात करने से ज्यादा स्थिति को संभालना जरूरी है। लोगों के घरों का भी काफी नुकसान हुआ है। इसलिए सब जनप्रतिनिधि मिलकर उनके खाने-पीने और रहने की व्यवस्था कर रहे हैं। जिन्होंने भी लापरवाही बरती होगी उनपर कार्रवाई की जाएगी। 
 

 

 

जिले के अभिभावक मंत्री गिरीष बापट ने कहा कि यह नहर 111 किलोमीटर लंबी है। मरम्मत कुछ चरणों में की जा रही है। लेकिन भले ही बड़े पैमाने में पानी बह गया हो। अच्छी बारिश के कारण जलापूर्ति करनेवाले बांध 90 फीसदी भरे है, इसलिए जलापूर्ति की समस्या नहीं होगी। घटना में जिन लोगों के घरों का नुकसान हुआ। उनके घरों का पंचनामा कर मदद की जाएगी।

लोगों के मुताबिक नहर की दीवार जर्जर होने की जानकारी पहले ही सिंचाई विभाग को दी थी। लेकिन विभाग के अधिकारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। यदि समय पर मरम्मत की जाती, तो घटना टाल जाती।

Created On :   27 Sept 2018 8:34 PM IST

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