भूगर्भ से आईं रहस्यमय आवाजें, लोगों में खौफ

Mysterious voices came from the ground, fear among people
भूगर्भ से आईं रहस्यमय आवाजें, लोगों में खौफ
दीवारें हिलीं भूगर्भ से आईं रहस्यमय आवाजें, लोगों में खौफ

डिजिटल डेस्क, पैठण। करीब दो वर्ष के बाद सोमवार को एक बार फिर पैठणनगरी अजीब सी भूगर्भीय आवाजों से दहल गई। पैठण के दक्षिण क्षेत्र में सोमवार दोपहर 1:50 बजे और 1:54 बजे भूगर्भ से दो बार रहस्यमयी एवं बम जैसी धमाकेदार आवाजें आईं। कुछ घरों के टीन और दीवारें भी हिल गईं। धमाकेदार आवाजों से लोग दहल गए।

करीब दो वर्ष पूर्व यानी 15 फरवरी, 2019 को भी भूगर्भ से कुछ इसी तरह की आवाजें आई थीं। भूगर्भ विशेषज्ञ पांच वर्ष पूर्व शहर के पास स्थित मौजे वडवाली ग्राम से मिट्टी के कुछ अंश जांच के लिए थे, किंतु क्या सामने आया, इसका खुलासा प्रशासन ने आज तक नहीं किया है। अब पुन: पैठण नगरी के भूगर्भ से अजीब सी आवाजें आने पर भयभीत नागरिकों ने जिला प्रशासन से तत्काल इसका पता लगाकर उचित उपाय योजना करने की मांग की है। इस बारे में प्रतिक्रिया के लिए संबंधित अधिकारियों से संपर्क नहीं हो पाया।

नाशिक से नहीं आया भूकंप मापक यंत्र
जलसंपदा विभाग की लापरवाही के कारण विगत पांच वर्षों से नाथसागर जलाशय का कामकाज बिना भूकंपीय यंत्र के चल रहा है। महाराष्ट्र के किल्लारी और गुजरात के कच्छ इलाके में हुए भूकंप का रिएक्टर स्केल नाथसागर पर लगे भूकंप मापक यंत्र में ही दर्ज हुआ था। दरअसल, यह यंत्र विश्वस्तरीय नाथसागर जलाशय के ऊपरी हिस्से में इसलिए लगाया गया था कि सैकड़ों मील तक जमीन में हो रही हलचल का पता चल सके। गड़बड़ी के चलते गत 5 वर्षों से भूकंप मापक यंत्र नाशिक में मरम्मत के लिए भेजा गया है, लेकिन इस बारे में कुछ पता नहीं चल पाता कि वह सही होगा कि नहीं।

भूगर्भीय आवाजें नहीं हो पाईं दर्ज 
जलसंपदा विभाग की लापरवाही का मामला दैनिक भास्कर समय-समय पर उठाता आया है। लेकिन, प्रशासन के कानों पर अब तक जूं तक नहीं रेंगी है। यदि भूकंप मापक यंत्र यहां होता, तो यह जानने में आसानी होती कि आवाजें कहां से आईं और किकी थीं। इसे देखते हुए नाथसागर व स्थानीय नागरिकों की सुरक्षा के मद्देनजर तत्काल भूंकप मापक यंत्र बिठाने की मांग ने जाेर पकड़ लिया है।

Created On :   11 Jan 2022 12:44 PM GMT

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