नागद्वारी मेला : पीछे छूट रही सपेरों की पंरपरा

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नागद्वारी मेला : पीछे छूट रही सपेरों की पंरपरा

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा. सपेरों के नागद्वार आकर सांप छोड़ने की पंरपरा काफी पीछे छूटते जा रही है। सरकार के सांप पालने और उनके प्रदर्शन के बाद से सपेरों ने नागद्वार आना छोड़ दिया है। लेकिन सपेरों के धार्मिक स्थल कहे जाने वाले नागद्वार पर नागपंचमी के दिन सपेरे पूरी आस्था के साथ पूजा- अर्चना करते हैं।

नागद्वार मेला के अपने अनुभवों को सुनाते हुए छिंदवाड़ा के जगदीश कुमार, दुर्गेश लोखंडे, रत्नाकर राव ने बताया कि कुछ समय पहले तक सपेरों के छोड़े गए सांप नागद्वार के पास यात्रियों को मिल जाते थे। रास्ते में मिलने वाले सांपों को लकड़ी से हटाकर यात्री आगे बढऩे का रास्ता बनाते, तो कुछ यात्री वहीं उनकी पूजन अर्चना करने लगते। उन्होंने किसी भी यात्री को यात्रा के दौरान सांप के डसने की घटना नहीं सुनी।

सबसे कठिन धार्मिक यात्रा
नागद्वार की यात्रा काफी कठिन मानी जाती है। यात्रा के दौरान कई बार लगातार कई दिनों तक रिमझिम और झमाझम बारिश होती है। बारिश के दौरान भी श्रद्धालु यात्रा पर आगे बढ़ते हैं। रास्तों पर पीने का पानी, चाय-नाश्ता की दुकानें और शौचालय की व्यवस्था नहीं होने के बावजूद उनकी आस्था और उत्साह में कमी नहीं आती। वन मार्ग में बारिश से बचने के लिए बरसाती, रेन कोट, छाता भी अनुपयोगी हो जाते हैं।

18 से खुल जाएगा नागद्वार
छिंदवाड़ा- होशंगाबाद की सीमा में धूपगढ़ पहाड़ की गुफा में स्थित नागद्वारी का द्वार 18 जुलाई से खुल जाएगा। जो आगामी 29 जुलाई को फिर से एक साल के लिए बंद कर दिया जाएगा। नागद्वारी में 28 जुलाई को नागपंचमी पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे। नागद्वारी का द्वार खुलते ही महाराष्ट्र के मंडलों को प्रवेश दिया जाएगा। जो यात्रा मार्ग और धार्मिक स्थल क्षेत्र में साफ-सफाई और यात्रियों के लिए चाय-नाश्ता-पानी की व्यवस्था बनायेंगे। 

पॉलिथीन और शराब पूर्णत: प्रतिबंधित

नागद्वारी मेला में प्रशासन ने इस बार पॉलिथीन और अवैध शराब को पूर्णत: प्रतिबंधित किया है। शराब की अवैध बिक्री यात्रा के दौरान होने वाले हादसों की मुख्य वजह बनती हैं। पहाड़ी वनांचल में जलगली से नागद्वार तक 13 किमी लम्बा पैदल दुर्गम रास्ते में लगातार बारिश होने पर भी श्रद्धालु आते जाते हैं। पचमढ़ी के अस्थाई बस स्टेंड से 8 किमी जल गली, वहां से 4 किमी कालाझाड़, 3 किमी चित्रशाला, एक किमी चिंतामन, एक किमी पश्चिम द्वार और 3 किमी नागद्वार की दूरी है। 

Created On :   9 July 2017 1:57 PM IST

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