नागपुर : 16 को चुने जाएंगे 10 जोन के सभापति

Nagpur: 16 will be elected as president of 10 zones
  नागपुर : 16 को चुने जाएंगे 10 जोन के सभापति
  नागपुर : 16 को चुने जाएंगे 10 जोन के सभापति

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मिनी महापौर के तौर पर पहचाने जाने वाले जोन सभापति के चुनाव आगामी मंगलवार 16 फरवरी को होंगे। सभी 10 जोन के चुनाव एक दिन में होंगे। प्रत्येक जोन के सभापति चुनाव के लिए 15-15 मिनट का समय निर्धारित किया गया है। सुबह 11 बजे से दोपहर 2.15 बजे तक चुनाव प्रक्रिया चलेगी। चुनाव ऑनलाइन होंगे। 30 मिनट पहले सभी सदस्यों को इसकी लिंक भेजी जाएगी। 

इसलिए विशेष महत्व
अगले वर्ष मनपा के चुनाव होने जा रहे हैं। ऐसे में इस चुनाव को अधिक महत्व मिल गया है। अंतिम वर्ष होने से अनेक सदस्यों की इस पद पर नजर है। चार साल उपेक्षित रह सदस्य जाते-जाते अपने नाम के सामने सभापति का तमगा जोड़ना चाहते हैं। इसलिए लॉबिंग भी शुरू हो गई है। फिलहाल 10 में से 8 जोन सभापति पद पर भाजपा का कब्जा है। आशीनगर में बसपा और मंगलवारी जोन में कांग्रेस (गार्गी चोपड़ा) का सभापति है। हालांकि गार्गी चोपड़ा भाजपा के समर्थन से ही सभापति बनी हैं। वे तकनीकी रूप से कांग्रेस में हैं, लेकिन भाजपा के पक्ष में हैं। पिछले चार साल में वह कांग्रेस के किसी कार्यक्रम या सभा में नहीं रहीं। ऐसे में उन्हें भाजपा सदस्य मानकर ही चला जा रहा है। ऐसे में इस बार मंगलवारी जोन सभापति का चुनाव दिलचस्प होने की उम्मीद है। 

स्थायी समिति चुनाव की भी हलचलें तेज
 जोन सभापति के साथ स्थायी समिति चुनाव की हलचलें भी बढ़ गई हैं। 1 मार्च को स्थायी समिति के सभापति पिंटू झलके का कार्यकाल समाप्त होने जा रहा है। 1 मार्च को स्थायी समिति के 16 में से 8 सदस्य निवृत्त होने जा रहे हैं। निवृत्त 8 सदस्यों की जगह 8 नए सदस्यों की नियुक्ति की जाएगी। शेष 8 सदस्यों से इस्तीफा लेकर सभी नए 16 सदस्य स्थायी समिति में नियुक्त किए जाएंगे। 18 फरवरी को मनपा की आमसभा में 8 नए सदस्यों सहित नए सभापति की घोषणा होने की संभावना है। इस कार्यकाल का यह अंतिम वर्ष है। ऐसे में भाजपा किस चेहरे को मनपा की तिजोरी की चाबी सौंपेगी, इसे लेकर उत्सुकता बढ़ गई है।

चुनाव होने से भाजपा भी फूंक-फूककर कदम रख रही है। समय कम और चुनावी वर्ष होने से भाजपा भी भरोसेमंद चेहरे पर दांव लगाने पर विचार कर रही है। हालांकि पिछले वर्ष हुए स्नातक चुनाव के नतीजों से मिले सबक का भी इस पद पर असर होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा रहा है। जिस तरह महापौर-उपमहापौर पद पर  सामाजिक संतुलन को साधने की कोशिश की है, उसी तरह का संतुलन स्थायी समिति पद पर बैठाने की योजना है। 

Created On :   12 Feb 2021 1:37 PM IST

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