नागपुर को मिल सकती है वंदे मेट्रो

डिजिटल डेस्क, नागपुर । बजट में रेलवे को 2.41 लाख करोड़ की निधि आवंटित हुई है। इसे कई नई योजनाएं शुरू की जाने वाली है। उसमें एक वंदे मेट्रो भी शामिल है। देश के प्रमुख शहरों की परिधि में 50-60 किलोमीटर के दायरे को कवर करते हुए वंदे मेट्रो ट्रेन की परिकल्पना शामिल की गई है। ऐसे में नागपुर शहर से ग्रामीण तक वंदे मेट्रो को चलाया जा सकता है। लिहाजा, वंदे मेट्रो को लेकर उत्सुकता बढ़ गई है।
स्थितियां अनुकूल : दरअसल, वर्षों पहले नागपुर से ग्रामीण क्षेत्रों के लिए ब्रॉडगेज मेट्रो चलाने की योजना बनी थी, जो शुरू नहीं हो सकी है। इस बार के बजट में वंदे मेट्रो की घोषणा हुई, तो नागपुर से ग्रामीण क्षेत्रों की ओर वंदे मेट्रो चलने के संकेत मिल रहे हैं। हालांकि रेलवे ने अभी तक इस बारे में कोई अधिकृत जानकारी नहीं दी है। नागपुर शहर में लोकल परिवहन व्यवस्था के लिए मेट्रो को साकार करने के बाद यहां से ग्रामीण की ओर जैसे सावनेर, काटोल, कामठी, भंडारा की ओर भी मेट्रो चलाने की घोषणा की गई थी, जिससे कम किराए व कम समय में यात्री गंतव्य तक आसान ीसे पहुंच सकें। 2022 के दिसंबर में नागपुर मेट्रो ने अपने पहले फेज को पूरा कर लिया है। इस बीच, दूसरे फेज के लिए भी मंजूरी मिल गई है। ऐसे में उक्त रेल पटरियों पर ग्रामीण क्षेत्र तक वंदे मेट्रो चलाने के संकेत मिल रहे हैं।
ये दो योजनाएं भी हमारे हित में
-वर्तमान में वंदे भारत ट्रेनों का निर्माण इंटिग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ़), पेरंबुर में किया जाता है, जिसे बढ़ाकर तीन अन्य स्थानों हरियाणा के सोनीपत, महाराष्ट्र के लातूर एवं उत्तर प्रदेश के रायबरेली में वंदे भारत की मन्यूफैक्चरिंग यूनिट चालू किया जाएगा, जिससे इसके निर्माण में तेजी आएगी।
-अमृत भारत स्टेशन स्कीम अंतर्गत देश के 1275 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाएगा। इसमें दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के लगभग 45 स्टेशन शामिल किए हैं, जिसमें नागपुर विभाग के भी इतवारी से लेकर गोंदिया आदि स्टेशन शामिल हो सकते हैं।
Created On :   3 Feb 2023 10:30 AM IST