कड़ी व्यवस्था के बावजूद अंग्रेजी के पर्चे के दिन पकड़े गए 11 नकलची

Strict rules during exams still 11 children has caught while cheating
कड़ी व्यवस्था के बावजूद अंग्रेजी के पर्चे के दिन पकड़े गए 11 नकलची
कड़ी व्यवस्था के बावजूद अंग्रेजी के पर्चे के दिन पकड़े गए 11 नकलची

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य शिक्षा मंडल की12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा  शुरू हो चुकी है। नागपुर विभाग के 480 परीक्षा केंद्रों पर 1 लाख 66 हजार विद्यार्थियों ने यह परीक्षा दी। पहले दिन अंग्रेजी का पेपर लिया गया। पूर्व प्राप्त निर्देशों के मुताबिक अधिकांश विद्यार्थी वक्त से पहले परीक्षा केंद्रों पर पहुंच गए थे। इस बार नकल की रोकथाम के लिए राज्य शिक्षा मंडल ने कई प्रकार के प्रबंध किए, जो काफी हद तक कारगर साबित हुए। विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश देने से पूर्व उनके पास मौजूद सामग्री की सख्ती से जांच की गई। हर बार की तरह इस बार परीक्षा केंद्र के कॉमन रूम में नहीं, बल्कि परीक्षा कक्ष के अंदर विद्यार्थियों के सामने  प्रश्न-पत्रिकाओं के पैकेट खोले गए। केंद्र में मोबाइल फोन या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के उपयोग पर प्रतिबंध होने के कारण पेपर लीक होने का कोई मामला सामने नहीं आया। इसी के चलते विद्यार्थियों के लेट होने का मामला भी सामने नहीं आया।  

बोर्ड के नियमों के मुताबिक 11 बजे से 10 मिनट पहले विद्यार्थियों को उत्तर-पुस्तिका पढ़ने दी गई। ठीक 11 बजे विद्यार्थियों ने पेपर लिखना शुरू किया। बोर्ड ने ट्रैफिक की समस्या को देखते हुए विद्यार्थियों को जल्दी केंद्र पर पहुंचने की अपील की थी। विद्यार्थियों ने इसका ध्यान रखा। बोर्ड विभागीय अध्यक्ष रविकांत देशपांडे के अनुसार, बोर्ड के उड़नदस्ते पहले दिन से ही सक्रिय थे। पहले दिन नागपुर विभाग में कुल 11 नकलची पकड़े गए। 

ऐसा था प्रश्नपत्र
इस बार प्रश्नपत्र एक्टिविटी आधारित था। पाठ्यक्रम को रटने की कोई आवश्यकता नहीं थी। प्रश्नपत्रिकाओं के चार सेट ए, बी, सी,डी थे। विद्यार्थियों को अपनी बुद्धिबल का प्रयोग करके पेपर हल करना था। पेपर मंे सीन पैसेज,पोयम, नॉन टेक्चुअल ग्रामर, टूरिस्ट लिफलेट-रिपोर्ट रायटिंग, इंटरव्यू क्वेश्चन्स जैसी चीजों का समावेश था। हालांकि प्रश्नपत्र का प्रारूप नया था, लेकिन विद्यार्थियों ने इसकी तैयारी पहले से कर रखी थी। प्रैक्टिस सेट और पेपर एनालिसिस पर गौर करने वाले विद्यार्थियों को पेपर हल करने में ज्यादा परेशानी नहीं हुई। हां, केंद्र प्रमुखों की मानें तो 25 पेपरों के पैकेट में कौन से सेट के कितने पेपर होंगे, इसको लेकर शुुरुआत में भ्रम जरूर था। वहीं कुछ केंद्रों पर उत्तरपुस्तिकाएं कम पड़ गई, जिसकी नजदीकी केंद्र से आनन-फानन में पूर्ति करनी पड़ी। 

 

Created On :   22 Feb 2019 10:46 AM IST

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