100 से ज्यादा लोग मिलकर भी नहीं पकड़ पा रहे मोगरकसा का जख्मी बाघ

Nagpur forest department are trying to capture a tiger from last 4 days
100 से ज्यादा लोग मिलकर भी नहीं पकड़ पा रहे मोगरकसा का जख्मी बाघ
100 से ज्यादा लोग मिलकर भी नहीं पकड़ पा रहे मोगरकसा का जख्मी बाघ

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर वन विभाग अंतर्गत एक जख्मी बाघ को बेहोश कर इलाज करने के आदेश दिये गए हैं। 100 से ज्यादा लोग विभिन्न टीमों के रूप में बाघ को पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पिछले 4 दिनों से मोगरकसा का जख्मी बाघ पकड़ में नहीं आ रहा है। बाघ शाम में देखने को मिल रहा है, लेकिन घनी झाड़ियों के कारण उसे इंजेक्ट करना संभव नहीं हो पा रहा है।

समिति तक गठित हुई
8 मई को नागपुर वन विभाग अंतर्गत पवनी वनपरिक्षेत्र के मोगरकसा में एक युवा बाघ को देखा गया, जो जख्मी था। वन विभाग ने संबंधित अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। वरिष्ठ अधिकारियों ने खुद घटनास्थल पर पहुंच कर जांच की। बाघ की हालत को सुधारने के लिए उसे बेहोश करना जरूरी है, पीसीसीएफ के आर्डर के बगैर ऐसा नहीं किया जा सकता है। ऐसे में बाघ की स्थिति को पूरी तरह से जानने के लिए एक समिति गठित कर रिपोर्ट पेश की गई। मुख्य वन्यजीव रक्षक व वन्य प्रेमियों की उपस्थिति में वन विभाग द्वारा बाघ को बेहोश कर इलाज करने के निर्देश 11 मई को दिये गये हैं। 

रात में बाघ के मूवमेंट की जानकारी नहीं
इसके बाद विभाग ने 100 से ज्यादा लोगों की अलग-अलग टीमें बनाकर बाघ को पकड़ने के लिए लगाई गई, लेकिन बाघ अब तक टीम के हाथ ही नहीं लग पाया है। रात के समय में बाघ के मूवमेंट की जानकारी भी विभाग को नहीं लग पा रही है। सुबह व शाम को चलाए जानेवाले सर्च ऑपरेशन में बाघ केवल शाम को ही दिखता है। उसे इंजेक्ट करना संभव नहीं हो पा रहा है, क्योंकि बैंबू की घनी झाड़ियों के कारण उस पर साधे गए निशाने सटीक नहीं बैठ रहे हैं। इस बीच, बाघ की गतिविधियों को देख अंदाजा लगाया जा रहा है कि उसकी हालत खुद-ब-खुद बेहतर होती जा रही है।

Created On :   16 May 2018 11:52 PM IST

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