नागपुर से होगी राज्य के पूरे फॉरेस्ट एरिया में सैटेलाइट से निगेहबानी

Nagpur headquarters will monitored by satellite on maharashtra forest
नागपुर से होगी राज्य के पूरे फॉरेस्ट एरिया में सैटेलाइट से निगेहबानी
नागपुर से होगी राज्य के पूरे फॉरेस्ट एरिया में सैटेलाइट से निगेहबानी

डिजिटल डेस्क,नागपुर। राज्य के फारेस्ट एरिया में अब नागपुर मुख्यालय से सैटेलाइट के माध्यम से सीधी नजर रखी जाएगी। कमांड एंड कंट्रोल रूम में लगे सैटेलाइट से निगेहबानी की जाएगी जिसका उद्घाटन वन मंत्री सुधीर मुंनगटीवार ने  किया।  इस प्रणाली के माध्यम से राज्य में लगाए जाने वाले 4 करोड़ पौधों पर भी निगरानी रहेगी। अभी तक राज्य में वन विभाग से संबंधित किसी भी तरह की गतिविधियों को पूरी तरह से जानने के लिए संबंधित अधिकारियों को जगह पर पहुंच कर जायजा लेना पड़ता था, जिसमें समय की बर्बादी होती थी। कंट्रोल रूम में जीआईएस नामक यंत्र प्रणाली लगाई गई है, जिसमें सेटेलाइट कैमरों के माध्यम से राज्यभर के वन क्षेत्रों पर नजर रहेगी। किसी भी क्षेत्र में होने वाली गतिविधियों को संबंधित अधिकारी वीडियो क्लिप के माध्यम से देख सकेंगे। ऐसे में कोई भी काम, विकास, वन्यजीवों के साथ होने वाली घटनाएं, अवैध शिकार के मामले अधिकारी कंट्रोल रूम में बैठकर ही हल कर सकेंगे। अब तक मुंबई, हैदराबाद व भोपाल में इस तरह की प्रणाली लगाई जा चुकी है। राज्य में यह पहली सबसे एडवांस यंत्र प्रणाली लगाने की बात वन मंत्री मुंनगटीवार ने कही है। इसके लिए 1 करोड़ रुपए की निधि भी उपलब्ध कराई गई है। 

जनसंपर्क विभाग पर बरसे
उद्घाटन समारोह के लिए पहुंचे वन मंत्री से चर्चा करने के लिए जब कुछ पत्रकार वनभवन पहुंचे, तो वन विभाग के जनसंपर्क विभाग की ओर से सहयोग करने में लापरवाही बरती गई। वन विभाग के जनसंपर्क विभाग का मीडिया के प्रति भारी लापरवाही बरतना हर किसी की समझ से परे रहा। चर्चा के दौरान वन मंत्री मुंगटीवार को इस बात का पता चलते ही उन्होंने संबंधित अधिकारी को फटकार लगाई।

पौधारोपण में आएगी पारदर्शिता
महाराष्ट्र सरकार ने पर्यावरण से तालमेल बनाए रखने के उद्देश्य से पूरे राज्य में 50 करोड़ पौधे लगाने का संकल्प लिया है, जिसमें पहले वर्ष 1 करोड़, दूसरे वर्ष 2 करोड़, तीसरे वर्ष 4  व बाद के वर्षों में 13 व 33 करोड़ पौधारोपण करने का लक्ष्य रखा गया है। अब तक पहले व दूसरे वर्ष का लक्ष्य पूरा करने में विभाग को सफलता मिलने की बात कही जा रही है।  

Created On :   3 Feb 2018 4:20 PM IST

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