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महावितरण के विभाजन का विरोध
डिजिटल डेस्क,नागपुर। महावितरण का उपभोक्ताओं पर बकाया बिल 72 हजार करोड़ से ज्यादा हो गया है। इसमें कृषि उपभोक्ताओं पर 49 हजार करोड़ का बिल बकाया है। कृषि उपभोक्ताआें को महावितरण की ओर से बिल में सब्सिडी दी जाती है। कृषि उपभोक्ताआें पर बढ़ रहे बकाया बिल को देखते हुए महावितरण को दो भागों में विभाजित करने की खबरें आ रही हैैं। अभी तक महावितरण या होल्डिंग कंपनी ने इस बारे में कोई जानकारी साझा की है, लेकिन अटकलों व खबरों पर संज्ञान लेते हुए महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी वर्कर्स फेडरेशन ने महावितरण के विभाजन का विरोध किया है।
महावितरण अध्यक्ष को लिखा पत्र : फेडरेशन ने महावितरण के अध्यक्ष को पत्र लिखकर विरोध जताया है। महावितरण में सुधार के लिए कामगार संगठनों से चर्चा करके रास्ता निकाला जा सकता है। फेडरेशन के महासचिव का. कृष्णा भोयर ने चेताया कि, महावितरण को विभाजित कर कृषि उपभोक्ताआें के लिए स्वतंत्र कंपनी बनाने के प्रयास सफल नहीं होने देंगे। उनका कहना है कि, अगर ऐसा हुआ तो कृषि उपभोक्ताआें की सब्सिडी खतरे में आएगी आैर महंगी बिजली किसान खरीद नहीं सकेगा।
Created On :   15 Jan 2022 12:32 PM GMT