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अभिभावक कर रहे बच्चों को टीका लगाने से इनकार

डिजिटल डेस्क, अमरावती। कोरोना के टीकाकरण को प्रतिसाद न मिलने से महानगरपालिका को लक्ष्य पूरा करने में पसीना छूट रहा है। कई तरीके अपनाने के बाद भी बच्चों में किए जाने वाले टीकाकरण को लेकर लोग साफ तौर पर इंकार कर रहे हैं जिससे घर-घर जाकर टीकाकरण की मुहिम की गति भी धीमी पड़ गई है। वहीं, दूसरी ओर कोरोना की चौथी लहर के चलते राज्य के साथ ही अमरावती की चिंता बढ़ी हुई है। जानकारी के अनुसार टीकाकरण को लेकर नागरिकों का लगातार रुझान कम होता जा रहा है। पहला डोज लेने वाले कई लोगों ने दूसरा डोज नहीं लिया। उससे भी परेशानी की बात यह है कि 12 से 14 वर्ष और 15 से 18 वर्ष के बच्चों में टीकाकरण को लेकर लोग साफ इंकार कर हैं। यही वजह है कि मनपा प्रशासन ने स्थानीय प्रतिष्ठित नागरिकों और मीडिया टीकाकरण के लिए जागरूकता करने का आह्वान किया है।
बच्चों का टीकाकरण बहुत कम
सबसे भी बड़ी परेशानी बच्चों के टीकाकरण में आ रही है। घर-घर जाकर आशा वर्कर की 26 टीम (एक टीम में दो आशा वर्कर) टीकाकरण कर रही हैं, फिर भी लोग टीकाकरण करवाने से इंकार कर रहे हैं। 15 से 18 वर्ष के 20 हजार 947 बच्चों को टीका लगाया जो लक्ष्य का 59 फीसदी हैं। वहीं, दूसरा डोज 14 हजार 753 बच्चों को दिया गया जो लक्ष्य का 42 फीसदी है। वहीं, पहला डोज 12 से 14 वर्ष के 10 हजार 178 बच्चों को दिया गया जो लक्ष्य का 45 फीसदी और दूसरा डोज 3 हजार 172 बच्चों को दिया गया जाे लक्ष्य का 14 फीसदी हैं।
चौथी लहर की आशंका से बढ़ी चिंता
कोरोना की चौथी लहर ने मनपा प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। देश के साथ ही महाराष्ट्र में लगातार कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। राज्य सरकार इसको लेकर नए नियम लागू करने का मानस दिखा रही है। इन सबके बीच मनपा की चिंता बढ़ी हुई है।
88 फीसदी बच्चों को ही दे पाए पहला डोज
महानगर पालिका क्षेत्र में अब तक पहला डोज 5 लाख 18816 लोगों को टीका लगाया गया है जो लक्ष्य का 88 फीसदी है। जबकि दूसरा डोज सिर्फ 3 लाख 55109 लोगों को लगाया जो लक्ष्य का मात्र 65 फीसदी हंै।
Created On :   9 Jun 2022 2:41 PM IST