नागपुर स्टेशन पर 5 दिन में 6 हजार से ज्यादा यात्री पहुंचे, सिर्फ 7 का ही एंटीजन टेस्ट

Nagpur: More than 6 thousand passengers arrived at the station in 5 days, only 7 had antigen test
नागपुर स्टेशन पर 5 दिन में 6 हजार से ज्यादा यात्री पहुंचे, सिर्फ 7 का ही एंटीजन टेस्ट
नागपुर स्टेशन पर 5 दिन में 6 हजार से ज्यादा यात्री पहुंचे, सिर्फ 7 का ही एंटीजन टेस्ट

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  रेलवे स्टेशन पर दिल्ली, राजस्थान व गुजरात राज्यों से आने वाली ट्रेनों की जांच हो रही है। इसके तहत सिर्फ थर्मल स्क्रीनिंग ही की जा रही है। ऐसे यात्री जिनमें लक्षण नहीं है या फिर सिर्फ सर्दी-खांसी है तो थर्मल स्क्रीनिंग से कैसे पता चलेगा, कि वह कोरोना संक्रमित है या नहीं?। यहीं वजह है कि, 5 दिन में लगभग 6 हजार यात्रियों में से सिर्फ 7 की ही एंटीजन टेस्ट कराई गई है। इसमें 3 यात्री ही कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इतना ही नहीं तो शहर के भीतर आने वाले किसी भी यात्री को होम क्वारेंटाइन का स्टॉम्प भी नहीं लगाया गया। ऐसे में पॉजिटिव यात्री के शहर में पहुंचने पर कोरोना संक्रमण को फैलने से इनकार नहीं किया जा सकता। 

दूसरी लहर को देखते हुए उठाए गए थे एहतियातन कदम
कोरोना संक्रमण का असर अन्य राज्यों में बढ़ता देख महाराष्ट्र राज्य में आने वाले यात्रियों के लिए राज्य सरकार द्वारा कुछ दिशा-निर्देश जारी किए गए। इसके तहत रेलवे स्टेशन से शहर के भीतर आने के लिए 96 घंटे पहले तक का आरटी-पीसीआर निगेटिव प्रमाणपत्र देना है, या फिर एंटीजन टेस्ट करानी है। इसी तर्ज पर नागपुर रेलवे स्टेशन पर भी गुरुवार से इन दिशाओं से आने वाले यात्रियों की जांच हो रही हैं, लेकिन बड़ी संख्या में आने वाले यात्रियों की केवल थर्मल स्क्रीनिंग ही हो रही है। प्रतिदिन नागपुर रेलवे स्टेशन पर 9 गाड़ियां दिल्ली की ओर से आती है। इनमें से एक हजार से ज्यादा यात्री शहर पहुंच रहे हैं। कोरोना जांच की व्यवस्था बिना लक्षण व बुखार नहीं होने वाले यात्री पकड़ में नहीं आने की बात साफ हो रही है। 

आरटीपीसीआर प्रमाणपत्र दिखाने वाले कम 
यात्रियों को पहली प्राथमिकता आरटीपीसीआर प्रमाणपत्र को दिखाना है, लेकिन स्टेशन पर आने वाले यात्रियों में बहुत कम लोगों के पास ही इसे देखा जा रहा है। 

Created On :   2 Dec 2020 10:51 AM GMT

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