- कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटे में कोरोना के 14,849 नए केस, 155 लोगों की मौत
- लद्दाख: मोल्डो में भारत और चीन के बीच सैन्य कमांडरों के बीच वार्ता शुरू
- लखनऊ: आज उत्तर प्रदेश का स्थापना दिवस, CM योगी ने प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाएं
- दक्षिण अफ्रीका ने सीरम इंस्टीट्यूट के कोविड-19 वैक्सीन को दी मंजूरी, भारत से करेगा आयात
- आज भारत-चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में चल रहे सीमा विवाद को लेकर 9वें दौर की वार्ता होगी
नागपुर स्टेशन पर 5 दिन में 6 हजार से ज्यादा यात्री पहुंचे, सिर्फ 7 का ही एंटीजन टेस्ट

डिजिटल डेस्क, नागपुर। रेलवे स्टेशन पर दिल्ली, राजस्थान व गुजरात राज्यों से आने वाली ट्रेनों की जांच हो रही है। इसके तहत सिर्फ थर्मल स्क्रीनिंग ही की जा रही है। ऐसे यात्री जिनमें लक्षण नहीं है या फिर सिर्फ सर्दी-खांसी है तो थर्मल स्क्रीनिंग से कैसे पता चलेगा, कि वह कोरोना संक्रमित है या नहीं?। यहीं वजह है कि, 5 दिन में लगभग 6 हजार यात्रियों में से सिर्फ 7 की ही एंटीजन टेस्ट कराई गई है। इसमें 3 यात्री ही कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इतना ही नहीं तो शहर के भीतर आने वाले किसी भी यात्री को होम क्वारेंटाइन का स्टॉम्प भी नहीं लगाया गया। ऐसे में पॉजिटिव यात्री के शहर में पहुंचने पर कोरोना संक्रमण को फैलने से इनकार नहीं किया जा सकता।
दूसरी लहर को देखते हुए उठाए गए थे एहतियातन कदम
कोरोना संक्रमण का असर अन्य राज्यों में बढ़ता देख महाराष्ट्र राज्य में आने वाले यात्रियों के लिए राज्य सरकार द्वारा कुछ दिशा-निर्देश जारी किए गए। इसके तहत रेलवे स्टेशन से शहर के भीतर आने के लिए 96 घंटे पहले तक का आरटी-पीसीआर निगेटिव प्रमाणपत्र देना है, या फिर एंटीजन टेस्ट करानी है। इसी तर्ज पर नागपुर रेलवे स्टेशन पर भी गुरुवार से इन दिशाओं से आने वाले यात्रियों की जांच हो रही हैं, लेकिन बड़ी संख्या में आने वाले यात्रियों की केवल थर्मल स्क्रीनिंग ही हो रही है। प्रतिदिन नागपुर रेलवे स्टेशन पर 9 गाड़ियां दिल्ली की ओर से आती है। इनमें से एक हजार से ज्यादा यात्री शहर पहुंच रहे हैं। कोरोना जांच की व्यवस्था बिना लक्षण व बुखार नहीं होने वाले यात्री पकड़ में नहीं आने की बात साफ हो रही है।
आरटीपीसीआर प्रमाणपत्र दिखाने वाले कम
यात्रियों को पहली प्राथमिकता आरटीपीसीआर प्रमाणपत्र को दिखाना है, लेकिन स्टेशन पर आने वाले यात्रियों में बहुत कम लोगों के पास ही इसे देखा जा रहा है।
कमेंट करें
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।