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जलयुक्त शिवार योजना के कार्य जून तक पूर्ण करें : अश्विन मुद्गल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। म्युनसिपल कमिश्नर अश्विन मुद्गल ने जलयुक्त शिवार योजना से संंबंधित बकाया सभी कार्य 30 जून के पहले पूरे करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जिन तहसीलों में जलस्तर कम हुआ है वहां जलस्रोत बढ़ाने पर भी बल दिया है। मुद्गल ने अधिकारियों से कहा कि जो मांगे उसे खेत तालाब, मामा तालाब पुनर्जीवन व सिंचाई कुएं कार्यक्रम को प्राथमिकता के साथ पूरा करने के लिए प्रयासरत रहें।
जलस्रोत बढ़ाने के प्रयास
जिलाधीश कार्यालय सभागृह में जलयुक्त शिवार योजना की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि जलयुक्त शिवार योजना पर अमल करते समय जिन तहसीलों में जलस्तर कम हुआ है, वहां जलस्रोत बढ़ाने का काम होना चाहिए। उमरेड, भिवापुर, सावनेर, नागपुर व कामठी आदि तहसीलों का जलस्तर नीचे गया है। जलयुक्त शिवार के काम का गुणवत्ता पर भी ध्यान दिया जाए। गत वर्ष 220 गांवों में 3 हजार 494 कामों को प्रशासकीय मान्यता दी गई थी। 2 हजार 103 कार्य प्रगति पर है आैर इसके लिए निधि भी उपलब्ध है। यह कार्य प्राथमिकता से 30 जून से पहले पूरे होने चाहिए। 185 गांवों में काम का नियोजन करते समय पानी के स्रोत, पीने का पानी व सिंचाई के लिए पानी इन सारी बातों का अध्ययन कर जनप्रतिनिधि को विश्वास में लेकर काम किया जाए। पानी के लिए स्वयंस्फूर्त गांवों को प्राथमिकता दी जाए। 70 हजार किसानों को संरक्षित सिंचाई उपलब्ध हो, इस तरह नियोजन होना चाहिए।
मांग के अनुरुप जारी है कार्य
उन्होंने कहा कि जो मांगे, उसे खेत तालाब में 3,500 खेत तालाब का लक्ष्य था। इसमें से 3 हजार 53 खेत तालाबों को मान्यता दी गई है। इसमें से 1 हजार 447 खेत तालाबों का काम पूर्ण हो चुका है। फसल को पानी व जल स्रोतों का काम होने से यह कार्यक्रम हर किसान तक पहुंचना चाहिए। विभाग में 11 हजार कुओं का कार्यक्रम है, उसमें से 500 कुएं जिले में बनाने को मान्यता दी गई है। किसानों का अच्छा प्रतिसाद मिला आैर 447 किसानों ने कुएं बनाए है। कीचड़मुक्त बांध व कीचड़युक्त शिवार योजना से जलस्रोतों में वृद्धि होगी। एसडीआे ने स्वयं दिलचस्पी लेकर हर तहसील के 5 गांवों में कार्य होना चाहिए। समीक्षा बैठक में जिला परिषद के मुख्यकार्यपालन अधिकारी डा. कादंबरी बलकवडे, जिला वन अधिकारी मल्लिकार्जुन, वन्यजीव विभाग की नीलू सोमराज, उपजिलाधीश मनिषा जायभाय, परिविक्षाधीन प्रशासकीय अधिकारी इंदूरानी जाखर, जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी मिलिंद शेंडे, कार्यकारी अभियंता रवींद्र बानुबाकोडे, जिला परिषद के नरेश सहारे आदि उपस्थित थे।
Created On :   25 April 2018 1:08 PM IST