इतिहास बन कर रह जाएगी नागपुर-नागभीड़ छोटी लाइन

Nagpur-Nagbhid narrow gauge line will become history
इतिहास बन कर रह जाएगी नागपुर-नागभीड़ छोटी लाइन
बड़ी लाइन में तब्दील इतिहास बन कर रह जाएगी नागपुर-नागभीड़ छोटी लाइन

डिजिटल डेस्क, नागपुर। भारतीय रेलवे में कहीं-कहीं मौजूद छोटी लाइन इतिहास के पन्नों में दफन होती जा रही है। इसी क्रम में दपूम रेलवे नागपुर मंडल मेंे नागपुर से नागभीड़ तक 110 किमी की छोटी लाइन अब इतिहास बनने वाली है। इसे बड़ी लाइन में तब्दील करने का काम महाराष्ट्र रेल कॉरपोरेशन कर रहा है। अब छोटी लाइन को आने वाली पीढ़ी म्यूजियम में या इतिहास के पन्नों पर ही देख पाएगी। नागपुर मंडल में पूरी तरह समाप्त हो जाएगी। मध्य रेलवे में पहले ही इसे समाप्त किया जा चुका है।

जल्द पूरा होगा काम
वर्तमान स्थिति में मध्य रेलवे नागपुर मंडल में एक भी छोटी लाइन का सेक्शन नहीं है, वहीं दपूम रेलवे नागपुर मंडल में अभी तक बालाघाट-समनापुर, जबलपुर-सुक्रीमंगला, सुक्रीमंगला-घंसौर, नैनपुर-चिरायडोंगरी, छिंदवाड़ा-भंडारकुंड, समनापुर-नैनपुर, चिरायडोंगरी-मंडला फोर्ट, नैनपुर-छिंदवाड़ा, भंडारकुंड-इतवारी छोटी लाइन को ब्रॉड गेज में तब्दील किया जा चुका है। अब यहां बड़ी लाइन की गाड़ियां दौड़ रही हैं। इस विभाग में केवल नागपुर-नागभीड़ तक ही 110 किमी की लाइन बची है, जिसे बड़ी लाइन में बदलने का काम महाराष्ट्र रेल कॉरपोरेशन कर रहा है। इसे भी जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। इसके साथ छोटी लाइन का नामोनिशान मिट जाएगा। यह लाइन जिंदा रहेगी तो संग्रहालय में, इतिहास के पन्नों में या बड़े-बुजुर्गों की कहानियों में सुनने को मिलेगी।
 

Created On :   12 Nov 2022 9:14 AM GMT

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