अब नागपुर यूनिवर्सिटी करेगा विदर्भ के उद्योगों की मदद

Nagpur University will help Vidarbhas industries
अब नागपुर यूनिवर्सिटी करेगा विदर्भ के उद्योगों की मदद
अब नागपुर यूनिवर्सिटी करेगा विदर्भ के उद्योगों की मदद

डिजिटल डेस्क,नागपुर।  राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय अब उद्योग जगत के साथ मिल कर काम करेगा। विश्वविद्यालय की एकेडमिक योग्यता की मदद से उद्योगों को पेश आने वाली समस्याओं का समाधान ढूंढ़ने का प्रयास किया जाएगा। विवि ने इसके लिए "रिसर्च कंसल्टेंसी पॉलिसी" पर काम करना शुरू कर दिया है। इस दिशा में पहला कदम बढ़ाते हुए नागपुर विवि ने विदर्भ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के साथ हाथ मिलाया है। इसके तहत विवि अपने पाठ्यक्रम में भी जरूरी बदलाव करेगा।

पाठ्यक्रम में होगा बदलाव : वीआईए अनेक वर्षों से विवि के साथ काम करने का इच्छुक था, लेकिन विवि की ओर से इस दिशा में कदम नहीं बढ़ाए जा रहे थे। हाल ही में इस दिशा में सरगर्मियां शुरू हुई हैं। विवि कुलगुरु डॉ. सुभाष चौधरी ने इस दिशा में वीआईए अध्यक्ष अतुल पांडे और कार्यकारिणी से चर्चा की है। डॉ. चौधरी के अनुसार विश्वविद्यालय अब उद्योगों को लगने वाला तकनीकी ज्ञान, प्रक्रिया में जरूरी बदलाव, उत्पादन को बेहतर करने या अन्य प्रकार की समस्या हल करने की दिशा में समाधान ढूंढे़गा। इसके लिए विवि अपने पाठ्यक्रम में जरूरी बदलाव करेगा।  विवि के विद्यार्थियों को उद्योगों में इंटर्नशिप, प्लेसमेंट भी मिलेंगे। 

मिलेंगे इंटर्नशिप और प्लेसमेंट
इस टाय-अप के जरिए विवि के विद्यार्थियों को विदर्भ के उद्योगों में इंटर्नशिप और प्लेसमेंट मिलेंगे। उल्लेखनीय है कि नागपुर भारत के मध्यभाग में होने के कारण एक प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र है। कई बार इन उद्योगों को एक्सपर्ट सलाह यानी कंसल्टेंसी की जरूरत होती है। अब तक नागपुर विवि के विविध विभागों की विशेषज्ञता और ज्ञान का उद्योग क्षेत्र को लाभ नहीं मिल रहा था। दूसरी तरफ उद्योगों को भी बाहर से कंसल्टेंसी लेनी पड़ती थी, लेकिन यही कंसल्टेंसी यदि विवि से ली जाए, तो उद्योगों का बहुत सा समय और पैसा बच सकता है।

Created On :   15 April 2021 9:56 AM IST

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