- Home
- /
- नागपुर के एक वकील ने फिटकरी से बनाए...
नागपुर के एक वकील ने फिटकरी से बनाए गणेश, मध्यप्रदेश की मंत्री के घर विराजे
डिजिटल डेस्क, नागपुर। उपराजधानी में एक वकील ने फिटकरी से भगवान गणेश की मूर्ती बनाई है। जिसका वजन 125 किलोग्राम है। प्रदीप अग्रवाल की यह फिटकरी से बनी गणेश मूर्तियां मध्यप्रदेश की नहीं, बल्कि गुजरात तक पहुंची है। मध्यप्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनिस के घर फिटकरी के गणेश की मूर्ती बिठाई गई है। तो अग्रवाल ने अपने हाथों से बनाई थी। इसके अलावा उनकी फिटकरी से बनीं मूर्ति की स्थापना गुजरात में भी की गई हैं। इस वर्ष काटोल रोड स्थित रामदेवबाबा मंदिर में रामदेवबाबा इंजीनियरिंग कॉलेज के होस्टल में रहने वाले विद्यार्थियों ने फिटकरी से बने गणेशजी की मूर्ति की स्थापना की है।
अग्रवाल ने बताया कि मां मटके में पानी भरने के बाद उसमें फिटकरी कपड़े में बांधकर घुमाती थी। एक बार जब उनसे कारण पूछा तो पता चला कि इससे पानी साफ होता है। तब प्रदीश ने सोचा कि क्यों न फिटकरी से गणेश बनाए जाएं, विसर्जन के बाद इससे पानी भी साफ हो सकेगा। कुछ दिनों पूर्व ही गणेशोत्सव के 125 किलोग्राम की मूर्ति बनाई है। सभी जानते हैं कि फिटकिरी से पानी को साफ किया जाता है। इसी के आधार पर प्रदीप अग्रवाल ने इस वर्ष फिटकिरी के गणपति का निर्माण किया। जिससे विसर्जन के बाद पानी को दूषित होने से बचाया जा सके।
ऐसे बनाई मूर्ति
फिटकरी के गणेश जी बनाने की संकल्पना लिए प्रदीप अग्रवाल से मूर्ति बन नहीं पा रही थी। लेकिन उन्होंने शिवानी आर्ट फिटकरी निर्माता की मदद से मूर्ति बना ली। तीन वर्ष तक प्रयास किया तब जाकर सांचे बनाने की विधि पता चली। अग्रवाल ने आगे बताया कि उन्होंने सिलिकॉन के सांचे से मूर्तियां बनाईं, तब जाकर सफल हुए। उन्होंने सिलिकॉन का ढा़ंचा बनाया उसके बाद मूर्ति तैयार की। इसमें कुल 4000 रूपए का खर्च आया है। अगले वर्ष भी वे फिटकरी की गणेशजी की मूर्ति उपलब्ध कराएंगे। अग्रवाल के अनुसार यहां 101 किलो की मूर्ति स्थापित की गई है। गणेशजी की मूर्ति के सांचे में फिटकरी डाली जाती है। इसके लिए 120 डिग्री पर फिटकरी को गर्म किया जाता है। फिर सांचे में डाला जाता है। उसके बाद मूर्ति बनाई जाती है। वैसे फिटकरी का निर्माण भी गर्म कर किया जाता है।
पानी बचाओ, पर्यावरण बचाओ का संदेश
पर्यावरण को खतरा नहीं हो इसके लिए फिटकरी से गणेश की प्रतिमा एक अच्छा विकल्प हैं। मूर्ति मेकर प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि वे फिटकरी के गणेश जी बनाते हैं। वे चाहते हैं कि सरकार इसके प्रति लोगों को जागरूक करें। इतना ही नहीं मूर्ति बनाने वालों को इसके लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि पीओपी से निर्मित मूर्ति से पर्यावरण को बहुत नुकसान पहुंचता है। फिटकरी के गणेश का विसर्जन फुटाला तालाब में किया जाएगा। इस फिटकरी की मूर्ति को करने से जल और पर्यावरण प्रदूषित नहीं होगा।
Created On :   16 Sep 2018 2:07 PM GMT