नागपुर की पैरा तैराक कंचनमाला पांडे को मिला राष्ट्रीय दिव्यांग पुरस्कार

नागपुर की पैरा तैराक कंचनमाला पांडे को मिला राष्ट्रीय दिव्यांग पुरस्कार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वर्ल्ड पैरा स्विमिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर भारत की पहली तैराक बनी नागपुर की नेत्रहीन कंचनमाला पांडे सहित महाराष्ट्र के छह दिव्यांग और दिव्यांगों के लिए उल्लेखनीय कार्य करने वाली 3 संस्थाओं को राष्ट्रीय दिव्यांग पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के हाथों प्रदान किए गए। सोमवार को विश्व विकलांग दिवस के मौके पर केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की ओर से आयोजित समारोह में देश भर के कुल 56 ‌दिव्यांगों और 16 संस्थाओं को राष्ट्रीय दिव्यांग पुरस्कार-2018 से सम्मानित किया गया। इस मौके पर केन्द्रीय सामाजिक न्याय मंत्री थावरचंद गहलोत, राज्यमंत्री रामदास आठवले, कृष्णपाल गुर्जर, विजय सांपला और मंत्रालय की सचिव शकुंतला गमलींग मौजूद थी।

यह पुरस्कार विभिन्न 14 श्रेणियों में दिए गए। विकलांगता को मात देते हुए विभिन्न क्षेत्रों में गौरव बढाने वाले प्रदेश के जिन दिव्यांगों को पुरस्कार दिया गया उनमें पैरा तैराक कंचनमाला पांडे को सर्वोत्कृष्ट महिला खिलाडी, पुणे के सीए भूषण तोष्णीवाल को रोल मॉडल, नासिक के स्वयं पाटील को सृजनशील बालक और आशिष पाटील को सर्वोत्कृष्ट कर्मी पुरस्कार प्राप्त हुआ। वहीं दिव्यांगों के लिए उल्लेखनीय कार्य करने वाले मुंबई के डॉ योगेश दुबे और आईआईटी मुबंई के प्रोफेसर रवी पुवैय्या को सर्वश्रेष्ट व्यक्ति श्रेणी का दिव्यांग पुरस्कार दिया गया। इसके अलावा दिव्यांगों के लिए सुगम वेबसाइट के माध्यम से उनके लिए उपयुक्त जानकारी उपलब्ध कराने के लिए पिंपरी चिंचवड महानगर पालिका, पुणे स्थि मॉडर्न कॉलेज और मुंबई की नैब इंडिया संस्था को सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार क्रमश: पिंपरी चिंचवड मनपा के महापौर राहुल जाधव, महाविद्यालय की प्रमुख ज्योत्सना एकबोटे और संस्था के महासचिव एस के सिंह ने पुरस्कार स्वीकार किया।        

Created On :   4 Dec 2018 2:22 PM GMT

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