हॉस्पिटल में स्वीपर द्वारा इलाज पर राष्ट्रीय एसटी कमीशन ने हेल्थ सचिव मांगा जवाब

National Commission for ST sought clarification on treatment by sweeper
हॉस्पिटल में स्वीपर द्वारा इलाज पर राष्ट्रीय एसटी कमीशन ने हेल्थ सचिव मांगा जवाब
हॉस्पिटल में स्वीपर द्वारा इलाज पर राष्ट्रीय एसटी कमीशन ने हेल्थ सचिव मांगा जवाब

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। छिंदी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वीपर द्वारा किए जा रहे इलाज का मामला तूल पकड़ गया है। इस मामले में राष्ट्रीय एसटी कमीशन ने मप्र. के स्वास्थ्य प्रमुख सचिव से मामले का स्पष्टीकरण मांगा है। सात दिनों के भीतर प्रमुख सचिव को लापरवाही के पूरे मामले में एसटी कमीशन को अपनी पूरी रिपोर्ट तलब करनी होगी। इधर, जिला स्तर पर अधिकारियों ने अपनी कार्रवाई शुरु करते हुए हेल्थ ऑफिसर को मामले की जांच सौंपी है।
    पातालकोट, तामिया के 60 गांवों के बीच बने एक मात्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वीपर द्वारा मरीजों का इलाज किया जाता था। दैनिक भास्कर द्वारा 13 मार्च के अंक में इस मामले का खुलासा किया गया। यहां कार्यरत स्वीपर मोनू डागोरिया ने खुद स्वीकारा था कि डॉक्टरों के अभाव में मरीज का इलाज उसे खुद ही करना पड़़ता है। मामला सामने आने के बाद हरकत में आए अधिकारियों ने हेल्थ ऑफिसर-2 डीसी धुर्वे को जांच का जिम्मा सौंपा है। लेकिन इस मामले में अब प्रमुख सचिव से जवाब मांगा गया है। एसटी कमीशन की उपाध्यक्ष अनुसुईया उईके ने इस प्रकरण में प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर सात दिनों के भीतर रिपोर्ट देने के लिए आदेशित किया  है।
ये  मामला है...
छिंदी में करोड़ों की लागत से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाया गया है, लेकिन आज तक यहां डॉक्टर की नियुक्ति नहीं की गई। एक कंपाउंडर मोहन धोटे को यहां नियुक्त किया गया है, लेकिन वह भी छिंदवाड़ा से महज एक दिन छिंदी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचता है। इस स्थिति में यहां पदस्थ स्वीपर को ही मरीजों का इलाज करना पड़ता है।
वार्ड बॉय को नोटिस, एएनएम को प्रभार
मामला सामने आने के बाद बुधवार की देर शाम तामिया बीएमओ डॉ. विजय सिंह छिंदी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। यहां पदस्थ वार्डबॉय मोहन धोटे को नोटिस जारी करते हुए सिधोली एएनएम को प्रभार सौंपा है। इसके अलावा स्वीपर को  मरीजों को तामिया पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।
इनका कहना है...
- इस मामले में मप्र के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य से सात दिनों के भीतर जवाब मांगा गया है। कमिशन के सामने सचिव को वस्तुस्थिति रखनी होगी।
अनुसुईया उईके उपाध्यक्ष, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग

 

Created On :   15 March 2018 1:30 PM IST

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