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नक्सलियों ने की मजदूर की गोली मारकर हत्या
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। लॉकडाउन के दौरान पुलिस की व्यस्तता का लाभ उठाकर नक्सलियों ने फिर से जिले के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न वारदातों को अंजाम देकर दहशत फैलाना शुरू कर दिया है। कोरची तहसील अंतर्गत ग्राम कोहका-मोकासा परिसर में महुआ फूल चुन रहे मजदूर को नक्सलियों ने गोलियों से भून दिया। साथ ही अहेरी तहसील में दो स्थानों पर पुल निर्माण कार्य में लगे वाहनों को मंगलवार देर रात आग के हवाले कर दिया।
कोरची तहसील अंतर्गत ग्राम ग्राम कोहका-मोकासा में कोटगुल निवासी मजदूर जिवता गणपत रामटेके (45) बुधवार 8 अप्रैल की सुबह 7 बजे के दौरान अपनी पत्नी के साथ महुआ फूल चुनने गया था। उसी समय एक महिला और दो पुरुष नक्सली वहां आए और जिवता पर पुलिस का मुखबिर होने का आरोप लगाते हुए पहले उसकी जमकर पिटाई कर दी। इसके बाद उस पर अंधाधुंध गोलियां चलाकर वहां से चलते बने। जिवता को तुरंत अस्पताल रवाना किया गया लेकिन रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। अहेरी तहसील अंतर्गत क्षेत्र के कमलापुर-लिंगमपल्ली नाले पर चल रहे पुलनिर्माण कार्य के दौरान नक्सलियों ने 2 टैक्टर, 2 मिक्सर और एक रोड रोलर को आग के हवाले कर दिया। वहीं किष्टापुर नाले पर भी 2 ट्रैक्टर, 2 मिक्सर और जनरेटर में आग लगा दी और पर्चे फेंककर चले गए। पर्चों में उन्होंने पुल निर्माण कार्य का विरोध दर्शाया है। बढ़ती नक्सली वारदातों के कारण जिले में दहशत व्याप्त हो गई है।
चंद्रपुर में बाघ के हमले में महिला की मृत्यु , बचाने के प्रयास में पति भी गंभीर
संरक्षित वन गट क्रमांक 143/7 में बुधवार 8 अप्रैल को सुबह पौने 7 बजे के दौरान खेत में पति के साथ महुआ फूल चुनने गई महिला यमुनाबाई पांडुरंग गायकवाड (57, सातारा) पर बाघ ने हमला कर दिया। पत्नी की चीखें सुनकर पति उसे बचाने दौड़ा और काफी समय तक बाघ से संघर्ष करता रहा लेकिन फिर भी पत्नी को बचाने में विफल रहा। बाघ उसकी पत्नी के शव को करीब आधा कि.मी. तक घसीटते ले गया। चीख-पुकार सुनकर अन्य किसान और ग्रामीण मदद के लिए दौड़े तब बाघ शव को छोड़कर जंगल की ओर भाग गया। इस घटना में पांडुरंग गायकवाड़ भी गंभीर रूप से घायल हो गया।
Created On :   8 April 2020 4:26 PM GMT