- Home
- /
- नजूल ने नहीं दी परमीशन, मोबाइल...
नजूल ने नहीं दी परमीशन, मोबाइल कंपनी ने लगा दिए टॉवर

डिजिटल डेस्क,कटनी। शहर की पीडब्ल्यूडी कॉलोनी में विवादित भूखंड पर जियो मोबाइल कंपनी ने नजूल की परमीशन के बिना ही मोबाइल टॉवर लगा दिए। इतना ही नहीं बेशकीमती जमीन पर कब्जा करने के लिए भू-माफिया भी नजरें गढ़ाए बैठे हैं।
नजूल तहसीलदार नन्हेलाल वर्मा ने बताया कि मोबाइल टॉवर के लिए कंपनी ने नजूल से कोई परमीशन नहीं ली है। जबकि विवादित भूखंड से लगी 15 हजार फीट जमीन नजूल की है। नगर निगम के अफसरों की सांठगांठ से मोबाइल कंपनी ने नजूल के भूखंड पर टॉवर खड़ा करना शुरू कर दिया है। नगर निगम कमिश्नर संजय जैन ने बताया कि इस संबंध में इंजीनियर राकेश शर्मा से जानकारी ली जाएगी। अगर टॉवर खड़ा करने के लिए परमीशन जारी की गई है तो अनुमति किस आधार पर दी गई है, इस बारे में पता लगाया जाएगा।
नजूल तहसीलदार का कहना है कि जमीन का सीमांकन कराकर पूरी रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपी जाएगी। ऐसे में मोबाइल कंपनी ने किसकी अनुमति से नजूल की जमीन पर कब्जा कर टॉवर खड़ा किया है। पूरे मामले के तूल पकड़ने के बाद अफसर गोलमोल जवाब दे रहे है।
नगर निगम कमिश्नर संजय जैन का कहना है इंजीनियर से मोबाइल टॉवर के लिए एनओसी जारी करने के संबंध में जानकारी ली जाएगी। इसके साथ ही किस आधार पर एनओसी जारी की गई है इसका पता लगाया जाएगा। वहीं तहसीलदार नन्हेलाल वर्मा का कहना है कि नजूल एवं पुनर्वास की जमीन पर मोबाइल कंपनी को टॉवर खड़ा करने के लिए नजूल से एनओसी नहीं दी गई है। नगर निगम की एनओसी को आधार बनाकर मोबाइल कंपनी ने निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है।
एनओसी पर उठे सवाल
नजूल की जमीन पर नगर निगम ने मोबाइल कंपनी को टॉवर खड़ा किए जाने की एनओसी जारी करने से नगर निगम अफसरों की भूमिका पर सवाल उठने लगे है। नगर निगम के कार्यपालन यंत्री राकेश शर्मा का कहना है कि नगर निगम की भूखंड में कोई योजना प्रस्तावित नहीं होने के कारण एनओसी जारी की गई है। जबकि नजूल एवं पुनर्वास का बेशकीमती भूखंड होने के बाद भी मोबाइल कंपनी ने मेन सड़क से लगी जमीन में कब्जा कर टॉवर खड़ा करने के लिए निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि मोबाइल कंपनी किसके इशारे पर मुख्य सड़क पर टॉवर खड़ा कर रहे है।
Created On :   17 July 2017 8:58 AM IST