नागपुर के मेयो हास्पिटल में नहीं है न्यूरोसर्जन,मरीजों को मेडिकल भेजने की नौबत

Neurosurgeon is not in Nagpurs Mayo Hospital, there is no need to send patients to medical
नागपुर के मेयो हास्पिटल में नहीं है न्यूरोसर्जन,मरीजों को मेडिकल भेजने की नौबत
नागपुर के मेयो हास्पिटल में नहीं है न्यूरोसर्जन,मरीजों को मेडिकल भेजने की नौबत

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर में अब दूसरी लहर की स्थिति सामान्य होती नजर आ रही है, लेकिन ब्लैक फंगस के बढ़ते मरीज चिंता का कारण बन रहे हैं। गुरुवार तक मेडिकल अस्पताल में 11 और मेयो में 2 मरीजों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है। मेयो अस्पताल में न्यूरोसर्जन नहीं होने के कारण म्यूकर माइकोसिस के गंभीर मरीजों को मेडिकल में रेफर किया जा रहा है।

मेडिकल में अब तक 114 मरीज भर्ती
जानकारी के अनुसार मेडिकल में गुरुवार तक 74 कोविड निगेटिव म्यूकर माइकोसिस के मरीज भर्ती थे, जिसमें से 6 पूरी तरह से रिकवर हो कर डिस्चार्ज हो चुके हैं। 5 मरीजों की मौत हो चुकी है। 2 मरीजों को दूसरी जगह ट्रांसफर किया गया है। 59 मरीज वार्ड में भर्ती हैं। इसके साथ ही गुरुवार तक 40 कोविड पॉजिटिव म्यूकर माइकोसिस के मरीज भर्ती हुए हैं। इसमें से 6 मरीजों की मौत हो चुकी है। 14 मरीजों को दूसरी जगह ट्रांसफर किया गया है। 20 मरीज अब भी भर्ती हैं। अब तक 39 पोस्ट कोविड मरीजों की सर्जरी हो चुकी है। इस तरह अब तक मेडिकल में 114 म्यूकर माइकोसिस के मरीज भर्ती हो चुके हैं।

सर्जरी करना जरूरी है
मेयो अस्पताल में भी म्यूकर माइकोसिस के मरीजों का इलाज किया जा रहा है। इसके लिए विशेष वार्ड बनाया गया है। मेयो अस्पताल में न्यूरोसर्जन नहीं होने के कारण परेशानी हो रही है। जिन मरीजों का फंगस दिमाग तक पहुंच गया है, उनकी भी सर्जरी करना आवश्यक है, लेकिन न्यूरोसर्जन नहीं होने के कारण अस्पताल प्रबंधन को मजबूरन मरीजों को मेडिकल में शिफ्ट करना पड़ रहा है।

Created On :   22 May 2021 10:39 AM GMT

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