खुद को साबित करने के नए कलाकारों के पास कई मौके - मस्ताल

New artists have many mediums to prove themselves says vikram mastal
खुद को साबित करने के नए कलाकारों के पास कई मौके - मस्ताल
खुद को साबित करने के नए कलाकारों के पास कई मौके - मस्ताल

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  कलाकारों को खुद को प्रूफ करने के लिए बहुत सारे माध्यम आ गए हैं, इसलिए यह वक्त कलाकाराें के लिए बढ़िया है। आज भी कोई भी डायरेक्टर रामायण और महाभारत से बाहर नहीं निकल पाया है। नए कलाकारों के लिए यह बहुत ही बेहतर समय है खुद हो साबित करने का। यह बात अभिनेता  विक्रम मस्ताल ने कही। 8 फरवरी को रिलीज होने वाली फिल्म सस्पेंस में वे लीड रोल में हैं। उनके साथ लीड रोल में रायपुर निवासी मधुमिता बिस्वास है। विक्रम ने  बताया कि वे भोपाल के रहने वाले हैं। एनसीसी कैडेट होने के साथ ही वे मार्शल आर्ट एक्सपर्ट हैं। आजकल हॉरर और थ्रिलर का सेगमेंट चल रहा है। इन दिनों टेलीविजन पर भी ऐसे ही धारावाहिकों का दौर चल रहा है। दैनिक भास्कर कार्यालय में फिल्म सस्पेंस के अभिनेता विक्रम मस्ताल, अभिनेत्री मधुमिता बिस्वास और प्रमोशन हेड प्रणीत समैया ने भेंट की। 

सस्पेंस में है सस्पेंस

फिल्म की कहानी के बारे में विक्रम ने बताया कि आज के समय सभी को हॉरर और थ्रिलर वाले सीरियल और मूवीज पसंद आ रहे हैं क्योंकि इनकी कहानी हटकर होती है। फिल्म की स्टोरी के बारे में उन्होंने कहा कि अगर फिल्म की स्टोरी अच्छी नहीं होगी, तो फिल्म नहीं चलती। उन्होेंने बताया कि अपने एक्टिंग कैरियर की शुरुआत रामानंद सागर के रामायण शो से की थी। जिसमें उन्होंने हनुमानजी का रोल किया था। साथ ही वे अलग अलग मीडिया संस्थान में भी काम कर चुके हैं। जब उनसे पूछा गया कि छोटे से बड़े स्क्रीन में जाने से क्या परेशानी हुई, तो उन्होंने कहा कि छोटे स्क्रीन से ही बड़े स्क्रीन में जाना अच्छा होता है।

काम में हो ईमानदारी

छोटे स्क्रीन में हम रोल कैमरा फेस करते हैं, जिससे कैमरा हमारा दोस्त बन चुका होता है। और हम अपने को अच्छे से जान चुके होते हैं। उन्होंने सबसे महत्वपूर्ण यह बात कही कि चाहे हम किसी भी जगह काम करें पर ईमानदारी से करें। ईमानदारी से जीने वाला व्यक्ति हमेशा सफल होता है। फिल्म की अभिनेत्री रायपुर निवासी मधुमिता ने  इस सवाल के उत्तर में कहा कि छोटी स्क्रीन पर डेली एक कैरेक्टर प्ले करना इजी है, जबकि फिल्मों में हर बार अलग-अलग रोल प्ले करना होता है। सीरियल में काम करने से ज्यादा फ्रेंडली हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि जितना जीवन को करीब से जानते हैं उतने अच्छे एक्टर बनते हैं। 
 

Created On :   31 Jan 2019 2:05 PM IST

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